India Eyes On Sea Security conduct joint naval exercise Aikeyme with 10 African nations
India Naval Exercise: भारत पहली बार 10 अफ्रीकी देशों के साथ Aikeyme (Africa-India key maritime engagement) नाम की एक ज्वाइंट नवल एक्सरसाइज करने जा रहा है. इसके जरिए महाद्वीप में सैन्य पहुंच बढ़ेगी साथ ही चीन की बनाई रणनीतिक पैठ पर नजर रखने में मदद मिलेगी. चीन इस क्षेत्र में सोमाली समुद्री डाकुओं और हौथी विद्रोहियों के खतरों पर कड़ी नजर रखता है.
नौसेना अगले महीने ‘हिंद महासागर जहाज (आईओएस) सागर’ नाम की एक और पहली पहल भी शुरू करेगी, जिसके तहत भारतीय नाविकों और मित्र देशों के 44 कर्मियों का एक संयुक्त दल अप्रैल 15 से मई 8 तक दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में तैनाती के दौरान गश्ती पोत आईएनएस सुनयना पर तैनात होगा.
क्या बोले नौसेना उप प्रमुख सोबती?
नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल तरुण सोबती ने सोमवार (24 मार्च, 2025) को कहा, “पिछले 10 सालों में भारतीय नौसेना ने सरकार के ‘सागर’ (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) के दृष्टिकोण के अनुरूप समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए आईओआर देशों की नौसेनाओं और एजेंसियों के साथ अपनी साझेदारी को गहरा किया है.”
उन्होंने कहा, “मार्च में मॉरीशस की अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री की ओर से ‘महासागर’ (क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति) की घोषणा के साथ, ऐकेमी और आईओएस सागर – अपनी तरह की पहली पहल का उद्देश्य भारत की ‘पसंदीदा सुरक्षा भागीदार’ और आईओआर में ‘प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता’ के रूप में स्थिति को मजबूत करना है.”
उप प्रमुख ने कहा कि हालांकि दिसंबर से क्षेत्र में सोमाली समुद्री डाकुओं और हौथी विद्रोहियों के हमले कम हो गए हैं, लेकिन अदन की खाड़ी और आसपास के समुद्रों में एक भारतीय युद्धपोत स्थायी रूप से तैनात है और अगर समुद्री डकैती फिर से बढ़त हासिल करती है तो और भी जहाज भेजे जाएंगे.
13 से 18 अप्रैल तक तंजानिया में होगी एक्सरसाइज
Aikeyme एक्सरसाइज 13 से 18 अप्रैल तक तंजानिया के दार-एस-साल में आयोजित की जाएगी. इस एक्सरसाइज को अफ्रीका-भारत प्रमुख समुद्री जुड़ाव के नाम से भी जाना जाता है. वाइस एडमिरल सोबती ने कहा, “हम इस अभ्यास को द्विवार्षिक प्रयास बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इस बार इसमें पूर्वी अफ्रीकी देश शामिल हैं. अगले संस्करण में, हम इसे एक बड़ा अफ्रीकी अभ्यास बनाने के लिए पश्चिमी अफ्रीकी देशों को भी आमंत्रित करेंगे.”
कौन-कौन से देश हैं शामिल?
इसका उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था. एक्सरसाज में हिस्सा लेने वाले देशों में तंजानिया (जो इसकी सह-मेजबानी कर रहा है), कोमोरोस, जिबूती, इरिट्रिया, केन्या, मेडागास्कर, मॉरीशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं. अभ्यास में वीबीएसएस (विजिट बोर्ड सर्च एंड सीजर) अभ्यास, हथियार फायरिंग, हेलीकॉप्टर संचालन, सीमैनशिप इवोल्यूशन, खोज और बचाव मिशन आदि पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
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