India Canada Crisis Shankaracharya Swami Avimukteshwaranand reaction on attack on hindu temple in canada
India Canada Conflict Latest News: उत्तराखंड स्थित ज्योतिष पीठ (ज्योतिर्मठ) के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कनाडा में हिंदू सभा मंदिर पर हुए हमले की निंदा की है. उन्होंने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कनाडा सरकार को भी एक नसीहत दी.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि हम सनातन धर्मियों के जो मंदिर हैं, वहां विश्व के कल्याण की भावना सर्वोपरि रखकर पूजा, अर्चना और अराधना की जाती है. किसी के अहित का चिंतन वहां नहीं होता है. सबके कल्याण की प्रार्थना जहां हो रही हो वहां हमला करना, गलत है. कोई भी इसकी निंदा करेगा.
इस्लामी आतंकवाद का जिक्र कर कही ये बात
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आगे कहा, “जो लोग भी ऐसा कर रहे हैं, उनका जो भी उद्देश्य हो, वो जान लें कि ऐसे रास्ते अपनाने से आपका उद्देश्य भी कमजोर हो जाता है. इस्लाम को मानने वाले कुछ लोगों ने आतंकवाद शुरू किया. उनका मानना था कि हम लोगों को डराएंगे और डराने के बाद इस्लाम में कन्वर्ट करा लेंगे. आज के समय में दुनिया में इस्लाम को देखने का नजरिया ही बदल गया है.”
‘ऐसी हरकतों से उन्हीं का उद्देश्य कमजोर होगा’
उन्होंने आगे कहा, ”अगर खालिस्तानी कट्टरपंथी भी इस तरह से करेंगे तो उनके प्रति भी देखने वाले लोगों का नजरिया बदल जाएगा. अगर आपकी कोई बात है तो शांति से उठाइए, लेकिन इस तरह का रास्ता अपनाएंगे तो आपका उद्देश्य भी कमजोर ही होगा.”
‘कनाडा सरकार पक्षपात की जगह कानून का पालन करे’
कनाडा सरकार की ओर से खालिस्तानी कट्टरपंथियों को समर्थन के सवाल पर उन्होंने कहा कि वहां की सरकार के बारे में क्या कहूं. वहां सिख लोग ज्यादा संख्या में रह रहे हैं, इसलिए वोट के चक्कर में सरकार उनके दबाव में आ रही है… लेकिन कोई भी सरकार जब किसी समूह के दबाव में आने लगती है तो वह भी कमजोर होने लगती है. सरकार को चाहिए कि जो विधि है, कानून है उसी के हिसाब से राज्य स्थापित करना चाहिए. इस तरह किसी का पक्षपात नहीं करना चाहिए. आपके यहां अगर खालिस्तानी लोगों का प्रभाव अधिक हो गया है तो आपको ये भी देखना चाहिए कि पूरी दुनिया के हिंदू आपके बारे में क्या राय बनाते हैं और आपके ऊपर उससका क्या प्रभाव पड़ता है. इन सब बातों का संतुलन देखकर ही किसी सरकार को निर्णय करना चाहिए.
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