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Impact Of NDTV News: Police To Question Kuber Group Chief In Rolls-Royce Car Accident Case – NDTV की खबर का असर: कुबेर ग्रुप के प्रमुख से रोल्स-रॉयस कार दुर्घटना मामले में पूछताछ करेगी पुलिस



इस दुर्घटना में टैंकर में सवार तीन लोगों में से दो लोगों, ड्राइवर और उसके सहायक की मौत हो गई. टैंकर में जीवित बचे व्यक्ति का इलाज चल रहा है.

एनडीटीवी द्वारा इस हादसे जुड़े मुद्दों को लेकर सवाल उठाए जाने के बाद हरियाणा पुलिस ने मालू को पूछताछ के लिए बुलाया है. एनडीटीवी की रिपोर्टिंग के बाद पुलिस को यह स्वीकार करना पड़ा कि मालू उस 12 करोड़ की लक्जरी कार में थे जिसने टैंकर को टक्कर मार दी थी. मामले को रफा-दफा करने की कोशिश के भी आरोप लगे हैं. पुलिस की ओर से बताया गया घटनाक्रम हाईवे पर लगे सीसीटीवी के फुटेज से अलग है.

विकास मालू पर कार्रवाई को लेकर आखिरकार हरियाणा पुलिस जागी

कुबेर ग्रुप के एमडी विकास मालू पर कार्रवाई को लेकर आखिरकार अब हरियाणा पुलिस जागी है और उसने उन्हें पूछताछ के लिए समन जारी किया है. विकास मालू के खिलाफ एक्सप्रेस वे पर चलने वाले लोग भी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. मालू की तेज रफ्तार कार ने 22 अगस्त को टैंकर को टक्कर मार दी थी, जिसमें दो लोगों को मौत हो गई थी. हालांकि पुलिस ने एफआईआर में आरोपी के तौर पर किसी का नाम नहीं लिखा है.

नूंह पुलिस ने इस सड़क हादसे के पांच दिन बाद विवादित कारोबारी और कुबेर ग्रुप के एमडी विकास मालू को पूछताछ के लिए बुलाया है. उनको भेजे गए समन में कहा गया है कि अस्पताल से जैसे ही उनको छुट्टी मिले वे पूछताछ और जांच में शामिल हों. विकास मालू गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती हैं.

मालू को अस्पताल से कब छुट्टी मिलेगी, स्पष्ट नहीं

विकास मालू 22 अगस्त से अस्पताल में भर्ती हैं. उनकी सेहत को लेकर अस्पताल से कोई बयान जारी नहीं किया गया है. ऐसे में अस्पताल से उन्हें कब छुट्टी मिलेगी और वे कब जांच में शामिल होंगे, इसे लेकर कुछ भी साफ नहीं है.

एक्सप्रेसवे पर 22 अगस्त को करीब 11:30 बजे विकास मालू की तेज रफ्तार रोल्स रॉयस फैंटम कार ने यूटर्न ले रहे एक टैंकर को जोरदार टक्कर मार दी थी. कार में आग लगने के पहले ही विकास मालू को उनके बाउंसर काफिले की दूसरी गाड़ियों में अस्पताल ले गए थे. जबकि हादसे में टैंकर के चालक समेत दो लोगों की मौत हो गई थी और एक शख्स घायल हो गया था. 

बहुत अधिक थी कार की स्पीड

 

हादसे के वक्त मुलीन यादव टैंकर से पीछे दूसरी गाड़ी में थे. मुलीन की शिकायत पर केस दर्ज हुआ लेकिन पुलिस ने एफआईआर अज्ञात लोगों के खिलाफ की. मुनील के मुताबिक कार की स्पीड बहुत ज्यादा था. 

मुलीन यादव से एनडीटीवी ने पूछा कि, कैसे क्या हुआ था थोड़ा बताएंगे? इस पर यादव ने कहा कि, ”हमारे साथ में टैंकर चल रहा और पीछे से मिलर गाड़ी टीएम होती है, जिसमें कंक्रीट होता है. वह मैं चला रहा था. डीजल टैंकर मेरी ही कंपनी का था. वह मेरे से 500 मीटर आगे चल रहा था. हमारा रोड कंस्ट्रक्शन का काम है. उसमें रामप्रीत चालक थे और कुलदीप सुपरवाइजर थे जो डीजल देने का काम करते थे. एक हेल्पर था उसका नाम गौतम था. हाईवे पर बीच में एक कट बना हुआ है, घूमने के लिए. मैं जब कट के पास पहुंचा तो मेरा और उनका फासला 300 मीटर था. वह अपना इंडिकेटर जलाकर घूमने ही वाले थे. उनकी स्पीड लगभग 20-25 हो गई थी. पीछे जब मैने देखा तो रेंज रोवर (रोल्स रॉयस) का काफिला आ रहा था और उसके पीछे 10-15 गाडियां थीं. रेंज रोवर का स्पीड 200 से ऊपर थी. इतना भयंकर हुआ कि पूछिए मत. टैंकर का अगला चक्का 50 मीटर आगे जाकर गिरा.”

एक्सप्रेस वे पर गति सीमा का उल्लंघन

एनडीटीवी की टीम ने रविवार को सुबह एक्सप्रेसवे पर जाकर देखा तो यहां से गुजर रही गाड़ियों की स्पीड काफी ज्यादा मिली. गाड़ियां यहां फर्राटे भरते हुए गुजर रही थीं, जबकि एक्सप्रेसवे पर कारों के लिए अधिकतम स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटे की है. एक्सप्रेसवे पर ऐसे कई लोग मिले जो हादसों के पीछे ज्यादा रफ्तार और लापरवाही को वजह मानते हैं.

विकास मालू के वकील के मुताबिक हादसे के वक्त उसका ड्राइवर तस्वीर कार चला रहा था जो जयपुर के रास्ते पर टेस्ट ड्राइव कर रहा था. अब ये जांच में साफ होगा कि कार कौन चला रहा था और उस पर पुलिस क्या कार्रवाई करती है.



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