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Naxal Free India: गृह मंत्री अमित शाह के ‘नक्सल मुक्त भारत’ अभियान के तहत सुरक्षा बलों ने कार्रवाई तेज कर दी है. छत्तीसगढ़ में नक्सली अब अंतिम सांसें गिन रहे हैं. जनवरी 2024 से अब तक 300 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं. अब सिर्फ 12-14 एक्टिव कमांडर ही बचे हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने बताया, ‘जनवरी 2024 से अब तक 300 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं. बस्तर डिवीजन में अब सिर्फ 400 हथियारबंद कैडर ही बचे हैं’. उन्होंने बताया कि माओवादियों की सेंट्रल कमेटी अब बहुत कमजोर हो चुकी है. सेंट्रल कमेटी में मुश्किल से 12-14 एक्टिव कमांडर ही बचे हैं.’
‘नक्सलियों के सामने अभी भी सरेंडर का मौका’
बस्तर के आईजी ने कहा, ‘बस्तर संभाग में लगभग 1200 नक्सली बचे हैं. नक्सलियों के लिए अभी भी मौका है वो चाहे तो हमसे बातचीत कर सरेंडर कर सकते हैं. अगर वो ऐसा नहीं करना चाहते तो उन्हें सुरक्षा बलों से आमना-सामना करना पड़ेगा.’ उन्होंने आगे बताया कि साल 2021 से अब तक 385 नक्सली मारे जा चुके हैं. बस्तर में अब सिर्फ 400 नियमित हथियारबंद कैडर ही बचे हैं. बाकी बचे 700-800 नक्सली मिलिशिया सदस्य हैं जो नक्सलियों के सपोर्ट सिस्टम की तरह काम करते हैं. उनमें से कुछ कल्चरल विंग (चेतना नाट्य मंच) के सदस्य हैं तो वहीं कुछ दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संघ (DAKMS) के सदस्य हैं.’
बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने कहा, ‘बड़ी संख्या में नक्सलियों की कमर टूटने से सुरक्षा बलों का हौसला बढ़ा है. हमें विश्वास है कि हम गृह मंत्री अमित शाह के मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने में कामयाब होंगे.’
‘जल्द ढेर होगा कुख्यात माओवादी कमांडर माडवी हिडमा’
उन्होंने बताया कि नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी भी अब सिकुड़ रही है लेकिन हमारी मुख्य चिंता वर्दीधारी नक्सली हैं जिनमें अधिकतर (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) PLGA में हैं और कुछ बटालियन-1 के सीनियर लेवल के कैडर हैं. बटालियन-1 का संचालक कुख्यात माओवादी कमांडर माडवी हिडमा है, जिसका एरिया अब चारों तरफ से सुरक्षा बलों से घिरा है.’
बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने कहा, ‘माओवादियों की सेंट्रल कमेटी के कई सदस्यों की उम्रदराज होने के कारण मौत हो गई है. पिछले 4 सालों में कई सदस्यों की गिरफ्तारी हुई है और जो कुछ भी बचे हैं वो भी नक्सल मुक्त भारत अभियान के पूरे होने तक खुद ही खत्म हो जाएंगे.’
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