Himanta Biswa Sarma says Who were encroachers No answer required Congress revert What happened to encroachment by your friends
CM Himanta Biswa Sarma on Encroachments: अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने एक और ऐसा बयान दिया है, जो विवाद की शक्ल लेता दिख रहा है. मुख्यमंत्री बिस्व सरमा ने ट्वीट कर कहा है कि असम में अतिक्रमण करने वाले कौन हैं? इसके लिए किसी जबाव की जरूरत नहीं है. हिमंत बिस्व सरमा के इस बयान पर कांग्रेस ने हमला बोलते हुए अतिक्रमण हटाने में भेदभाव करने की बात कही है.
CM हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि कई लोग उनसे सवाल करते हैं कि असम के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए उन्होंने (बीजेपी सरकार) क्या किया है. सवाल के साथ इसका जवाब भी देते हुए CM सरमा ने बताया कि पिछले तीन साल में सरकार ने अतिक्रमण करने वालों से 16,775 हेक्टेयर जमीन छुड़वाई है. उन्होंने बताया कि इसमें 9,646 हेक्टेयर जमीन वन क्षेत्र की थी और 7,130 हेक्टेयर जमीन राजस्व की थी. इसी के आगे उन्होंने कहा कि अतिक्रमणकारी कौन हैं? इसके जबाव की भी कोई जरूरत नहीं है.
Many people ask what we’ve done to secure Assam’s future. Here’s a simple example: In the last 3 years, the government has evicted encroachers and cleared 16,776 hectares of land, including 9,646 hectares of forest land and 7,130 hectares of revenue land. Who were the…
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 20, 2024
कांग्रेस का पलटवार- दोस्तों पर क्यों नहीं लिया एक्शन?
हिमंत बिस्व सरमा के इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का स्थानीय महिलाएं विरोध करती दिखाई दे रही हैं. इस वीडियो के साथ कांग्रेस ने हिमंत बिस्व सरमा से सवाल किया कि क्या अतिक्रमण का विरोध करने वाले ये लोग असम के स्थानीय नहीं हैं. साथ ही कांग्रेस ने सवालिया लहजे में तंज कसते हुए कहा, ‘कब्जे की जमीन सरकार ने किसे तोहफे में दी है?’
कांग्रेस ने अतिक्रमण के खिलाफ सरकारी कार्रवाई में भेदभाव की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘उसी इलाके में आपके दोस्तों ने जो कब्जा किया है, उसपर क्या कार्रवाई हुई है?’ सवालिया लहजे में CM सरमा पर आरोप मढ़ते हुए कांग्रेस ने एक स्थानीय होटक का जिक्र किया और पूछा कि इसपर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई.
ये भी पढ़ें: ‘मदरसे के बच्चों से करवा रहे सरस्वती वंदना’, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड बोला- ये बर्दाश्त नहीं