Himachal Pradesh Cloudburst Search operation continues in Shimla Samej village 36 people missing
Shimla Cloudburst Search Operation: हिमाचल प्रदेश के शिमला और कुल्लू की सीमा पर समेज गांव में बादल फटने के बाद 36 लोग लापता हैं. लापता लोगों को ढूंढने के लिए गुरुवार (4 अगस्त) की सुबह चौथे दिन भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. समेज गांव में आई बाढ़ ने पूरे गांव को तबाह कर दिया.
गांव में रहने वाले 36 लोगों को बाढ़ अपने साथ बहा कर ले गई. जिला प्रशासन द्वारा एक अगस्त से ही समेज में लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, लेकिन अभी तक इन लोगों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है. जानकारी के अनुसार लापता लोगों में 36 लोग शामिल हैं, जिनमें 18 महिलाएं, 8 बच्चे और 10 पुरुष शामिल हैं.
स्निफर डॉग सर्च ऑपरेशन का हिस्सा
इन लोगों की तलाश में आर्मी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड, सीआईएसएफ, अग्निशमन सर्च ऑपरेशन कर रही है. सर्च ऑपरेशन में लाइव डिटेक्टर डिवाइस का इस्तेमाल किया जा रहा है. स्निफर डॉग को भी सर्च ऑपरेशन का हिस्सा बनाया गया है.
इस बीच रामपुर कोषाधिकारी कार्यालय रात 12 बजे तक खुला रहेगा, ताकि आपदा राहत कार्य प्रभावित न हो. समेज में जारी सर्च ऑपरेशन में 301 जवान शामिल हैं. इनमें एनडीआरएफ के 67, पुलिस के 69, आईटीबीपी के 30 जवान, आर्मी के 110 जवान और सीआईएसएफ के 25 जवान शामिल हैं.
#WATCH | Himachal Pradesh | Rampur SDM Nishant Tomar says, “There are 4 villages which are still not connected by road. The Indian Army has built a temporary bridge here so that people can get help. The work of road restoration of Sarpara village is ongoing… Food materials are… pic.twitter.com/vbXshYTnEl
— ANI (@ANI) August 4, 2024
SDM ने क्या कहा?
वहीं सुन्नी में चल रहे सर्च अभियान में 61 सदस्यीय टीम शामिल है, जिसमें एनडीआरएफ के 30, एसडीआरएफ के 14, पुलिस के 07 और होमगार्ड के 10 कर्मी तैनात हैं. वहीं रामपुर के SDM निशांत तोमर ने बताया कि चार गांव ऐसे हैं जो अभी भी सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं. भारतीय सेना ने यहां एक अस्थायी पुल बनाया है, ताकि लोगों को मदद मिल सके.
उन्होंने कहा कि सरपारा गांव की सड़क बहाली का काम जारी है. प्रभावित परिवारों को खाद्य सामग्री मुहैया कराई जा रही है. लोगों से नदी-नालों के पास न जाने की अपील की गई है. वहीं सेना ने बचाव कार्यों को आसान बनाने के लिए कटे हुए क्षेत्रों के बीच संपर्क स्थापित करने के लिए अस्थायी पुल बनाए हैं.