Haryana Assembly Elections 2024 Congress Candidates Caste Equation | हरियाणा में कांग्रेस की लिस्ट में सबसे अधिक जाट उम्मीदवार, जानें
Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछ चुकी है. कांग्रेस में टिकट को लेकर घमासान के बीच पार्टी ने 89 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. कांग्रेस ने चुनाव मैदान में जिन उम्मीदवारों को उतारा है, उनमें जातीय समीकरण का खास ध्यान रखा गया है. पार्टी ने जाट समुदाय से सबसे अधिक 35 उम्मीदवारों को चुनावी जंग में उतारा है.
कांग्रेस ने जाट समुदाय से आने वाले नेता चौधरी निर्मल सिंह को अंबाला सिटी से उम्मीदवार बनाया है. कैथल से जाट समुदाय से आने वाले आदित्य सुरजेवाला को टिकट दिया है. ऐलनाबाद से भरत सिंह बेनीवाल को चुनावी मैदान में उतारा गया है.
कांग्रेस से ओबीसी के कितने उम्मीदवार?
कांग्रेस ने जाट समुदाय के बाद सबसे अधिक संख्या में 20 ओबीसी उम्मीदवार को मौका दिया है. इसमें यमुनागर से रमन त्यागी, अटेली से अनिता यादव, नारनौल से राव नरिंदर सिंह को टिकट दिया है. इसके साथ ही 4 ब्राह्मण चेहरों को पार्टी ने टिकट दिया है. इनमें बल्लभगढ़ से पराग शर्मा, बादली से कुलदीप वत्स को मौका दिया है.
वहीं, अल्पसंख्यक समुदाय के 5 उम्मीदवारों को टिकट दिया है. इनमें नूंह से आफताब अहमद को टिकट दिया गया है. पुन्हाना से मो. इलियास को टिकट मिला है.
हरियाणा के कांग्रेस उम्मीदवारों का जातीय समीकरण
- जाट- 35
- ओबीसी- 20
- ब्राह्मण-4
- बनिया- 2
- अल्पसंख्यक- 5
- पंजाबी- 6
- राजपूत-1
- एससी- 17
- कुल-90
हरियाणा में जातिगत मत प्रतिशत (लगभग)
- ओबीसी – 28%
- जाट – 22%
- अनुसूचित जाति – 19%
- ब्राह्मण- 12%
- मुस्लिम- 5%
- पंजाबी- 4%
- ठाकुर- 3%
- वैश्य- 2.5%
- सिख- 2.5%
- अन्य- 2 %
कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर अपने किसी भी सांसद को चुनाव मैदान में नहीं उतारा, लेकिन उसने कई नेताओं के बेटों पर दरियादिली दिखाते हुए उन्हें टिकट दिया है. उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया के दौरान ही कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने स्पष्ट कर दिया था कि किसी भी सांसद को विधानसभा चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
पार्टी ने 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा चुनाव में कुल 89 सीट पर जातीय समीकरणों का ख्याल रखते हुए उम्मीदवार घोषित किए हैं. वहीं, एक सीट गठबंधन के तहत मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को दी है.
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