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harsha richhariya IITian baba mamta kulkarni bageshwar dham dhirendra shastri can not say Mahamandaleshwar  | Mamta Kulkarni: हर्षा रिछारिया, IITian बाबा के बाद अब ममता कुलकर्णी पर बवाल, धीरेंद्र शास्त्री बोले


Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में हर्षा रिछारिया और IITian बाबा के बाद अब ममता कुलकर्णी को लेकर विवाद छिड़ गया है. जब से वह किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनी हैं, कई साधु-संत इसको लेकर सवाल उठा रहे हैं कि आखिर उन्हें ये पदवी कैसे दे दी गई. इसको लेकर ममता ने 23 साल की तपस्या से लेकर अग्निपरीक्षा की दुहाई तक दी और कई साधु-संत उनके समर्थन में भी हैं, फिर भी ममता कुलकर्णी को लेकर विवाद खत्म होता दिखाई नहीं दे रहा है. महाकुंभ में जुटे अखाड़े और साधु-संतों के बीच ये एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. अखाड़े की सनातनी परंपरा पर बहस छिड़ गई है और संत समाज में ही बड़ा मतभेद खड़ा हो गया है. 

ममता ने किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर आचार्य लक्ष्मी से दीक्षा ली है. उनकी ही देखरेख में ममता ने अखाड़ा परंपरा का पालन किया और किन्नर अखाड़े में ममता को महामंडलेश्वर जैसा अहम पद दिया. किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर श्री यमाई ममता नंद गिरि यानी ममता कुलकर्णी सवालों से घिर चुकी हैं. प्रयागराज महाकुंभ में ममता को लेकर विवादों का एक नया अध्याय खुल गया है. ममता सनातनी संन्यासी हो चुकी हैं, लेकिन वो सनातनी परंपरा के प्रहरी कहे जाने वाले साधु संतों के ही निशाने पर हैं.  

ड्रग्स तस्करी केस में आरोपी रह चुकी हैं ममता 

इन सवालों के साथ ममता के अतीत का चैप्टर भी खुल गया है. 90 के दशक में कई हिट फिल्मों की हीरोइन रह चुकीं ममता ड्रग्स तस्करी केस में आरोपी रह चुकी हैं. ममता की ड्रग्स तस्कर विक्की गोस्वामी से दोस्ती भी रही. वह करीब 24 सालों तक भारत से बाहर केन्या में रहीं. ड्रग्स तस्करी केस में बॉम्बे हाईकोर्ट से बरी होने के बाद वो हाल ही में भारत लौंटी और अब ममता नए अवतार में हैं. वो भगवा धारण कर चुकी हैं.  

ममता के महामंडलेश्वर बनने पर भड़के धीरेंद्र शास्त्री 

ममता के संन्यासी बनने से आखिर बागेश्वर धाम भी गुस्साए हुए हैं. बाबा धीरेंद्र शास्त्री ममता के महामंडलेश्वर बनाए जाने से खासे नाराज हैं. उन्होंने कहा कि किसी को उसके प्रभाव में आकर साधु, महामंडलेश्वर नहीं कह सकते हैं. जबतक उसके अंदर वह साधुत्व समतत्व प्रकट न हो जाए. जबकि किन्नर अखाड़े का तर्क है अखाड़ा परंपरा के मुताबिक ही ममता को महामंडलेश्वर की पदवी मिली है. अखाड़ा परंपरा में महामंडलेश्वर बनाए जाने के नियम तय हैं और इसके लिए कई खास तरह की योग्यता का होना भी जरूरी बताया गया है. 

कौन बन सकता है महामंडलेश्वर? 

महामंडलेश्वर बनने के लिए शास्त्री, आचार्य होना जरूरी है. अखाड़े के पंच महामंडलेश्वर बनने वाले के ज्ञान की परीक्षा लेते हैं. संन्यासी को पांच स्तर की जांच से गुजरना पड़ता है. अखाड़े के थानापति महामंडलेश्वर संन्यासी की हर जानकारी की जांच करते हैं. महामंडलेश्वर बनने वाली की शिक्षा, चरित्र के बारे में पता किया जाता है. महामंडलेश्वर बनने वाले को परिवार- सांसारिक भोग विलास से दूर रहना पड़ता है. उसे वैराग्य पर खरा उतरना पड़ता है. इसकी अनदेखी करने पर उसे अखाड़े से निष्काषित किया जा सकता है.  

ममता को लेकर आमने-सामने कई साधु-संत 

ममता को पट्टाभिषेक के बाद किन्नर अखाड़े में उन्हें महामंडलेश्वर की पदवी दी गई. इस दौरान दूसरे अखाड़ों के कई साधु संन्यासी मौजूद रहे, लेकिन अब अखाड़ों से ही ममता के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं. ममता के साथ किन्नर अखाड़े का भी विरोध हो रहा है. किन्नर अखाड़ा सनातनी परंपरा से जुड़ा है लेकिन प्रगतिशील विचारों का माना जाता है और कई बड़े साधु संन्यासी उनका समर्थन करते हैं, लेकिन ममता के सवाल पर अब कई संत आमने-सामने हैं.



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