Gujarat Municipal Elections 2025 BJP Clean Sweep Milestone Big Jump in Muslim Winners
Gujarat Municipal Elections: हाल ही में गुजरात में निकाय चुनाव हुए जिसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बंपर जीत हुई. 18 फरवरी को आए नतीजों ने एक चीज तो साफ कर दी कि बीजेपी के गढ़ गुजरात में भगवा पार्टी को हराने के लिए विपक्षियों को बहुत मेहनत करने की जरूरत है. बीजेपी ने नगर पालिकाओं, नगर निगमों के साथ-साथ जिला और तालुका पंचायतों की 2,171 सीटों में से 1,608 सीटें जीतकर चुनावों में जीत दर्ज की.
इन नतीजों का एक पहलू यह भी सामने आया कि 66 नगर पालिकाओं में बीजेपी के टिकट पर मुस्लिम प्रत्याशियों की जीत में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है. साथ ही बीजेपी ने उन जिलों में भी अपनी पैठ बनाई है जहां अल्पसंख्यक समुदाय के मतदाता भारी संख्या में हैं.
2018 के मुकाबले 2025 में मुस्लिम उम्मीदवारों की जीत में बढ़ोतरी
2018 में जब पिछली बार इन नगर पालिकाओं में चुनाव हुए थे, तो 46 मुस्लिम उम्मीदवारों ने बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की थी. इस साल ये संख्या बढ़कर 76 तक पहुंच गई है. इसमें 33 महिलाएं भी शामिल हैं. पार्टी ने 103 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. इतना ही नहीं कई उम्मीदवार तो पाटन, खेड़ा, पंचमहल और जूनागढ़ जिलों की नगर पालिकाओं से जीते हैं, जहां पिछली बार कोई भी मुस्लिम बीजेपी उम्मीदवार नहीं जीता था.
2018 में नगर पालिकाओं में 252 मुसलमान उम्मीदवार चुनकर आए थे जो अब बढ़कर 275 हो गए हैं. इसमें कांग्रेस का शेयर 39 प्रतिशत, बीजेपी का 28 प्रतिशत और आम आदमी पार्टी (आप) का 4.7 प्रतिशत पर है. आप के 13 मुस्लिम उम्मीदवार जीते हैं जिसमें जामनगर की सलाया नगर पालिका भी शामिल है जहां से 11 उम्मीदवार जीते.
कांग्रेस को भी लगा बड़ा झटका
राज्य में कांग्रेस ने 2018 में 2064 नगरपालिका सीटों में से 632 सीटें जीती थीं, लेकिन उसकी संख्या घटकर 252 रह गई. इसके अलावा मुस्लिम विजेताओं की संख्या भी 133 से घटकर 109 हो गई है. इसको लेकर गुजरात विधानसभा में एकमात्र मुस्लिम विधायक इमरान खेड़ावाला ने दावा किया, “हमारे कई (मुस्लिम) उम्मीदवार कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़े और निर्दलीय के रूप में जीते. उनकी प्राथमिकता अपने क्षेत्रों में काम करवाना है.”
वहीं, इन चुनावों में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन पार्टी को राजकोट जिले के उपलेटा तालुका पंचायत में सिर्फ एक सीट ही जीत पाई.
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