Gujarat BJP MLA Arjun Modhwadia Says Rahul Gandhi Can not tell difference between horse and donkey
Gujarat BJP MLA on Rahul Gandhi: गुजरात में बीजेपी विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर बड़ा जुबानी हमला बोला. विवादित बयान देते हुए उन्होंने गुजरात विधानसभा सत्र में कह दिया, “भले ही राहुल गांधी को विरासत में एक पूरा राजनीतिक दल मिल गया हो, लेकिन उन्हें घोड़े और गंधे में अंतर करना भी नहीं आता.”
अर्जुन मोढवाडिया पिछले साल तक कांग्रेस नेता हुआ करते थे, अब गुजरात में बजट सत्र के दौरान राहुल गांधी पर आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं. मोढवाडिया पहले गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुके हैं और कांग्रेस उन्हें नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी भी दे चुकी है. कुछ समय बाद उन्होंने दल बदल लिया और जून 2024 में पोरबंदर से बीजेपी विधायक बन गए.
‘ज्ञान चाहिए तो पीएम मोदी का पॉडकास्ट सुनें’
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी का नाम लिये बिना अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष गधे और घोड़े के बीच का अंतर भी नहीं जानते हैं. वहीं, पीएम मोदी की तारीफ करते हुए बीजेपी विधायक ने कहा कि लेक्स फ्रिडमैन के साथ पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और पूरी दुनिया को लेकर अपना विजन बताया था. अगर आप समझदारी और ज्ञान का पर्याय देखना चाहते हैं, तो वह इंटरव्यू देखना चाहिए. उन्होंने पूरी दुनिया को रास्ता दिखाया है.
‘राहुल गांधी को विरासत में मिली पार्टी’- अर्जुन मोढवाडिया
पोरबंदर विधायक ने राहुल गांधी के संदर्भ में कहा कि दिल्ली में एक नेता को पूरी पार्टी विरासत में मिली है, जबकि बाकी लोगों को विरासत में दूरदर्शिता और नैतिक मूल्य या संस्कार मिले. हाल ही में गुजरात दौरे के दौरान उन्होंने यह बता दिया कि वह अब तक नहीं जानते कि उनका कौन सा नेता रेस का घोड़ा है और कौन सा शादी का घोड़ा है.
विधायक मोढवाडिया का कहना है, “राहुल गांधी की यही स्पीच मैंने साल 2012 में सुनी थी, जब मैं कांग्रेस के साथ था. यह टिप्पणी वह 13 साल बाद फिर कर रहे हैं.” राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था कि बीजेपी शासित गुजरात में कांग्रेस में सफाई की जरूरत है. अगर जरूरत पड़ी तो कांग्रेस 40 नेताओं को बर्खास्त कर सकती है. इस पर मोढवाडिया ने कहा, “मुझे अमित चावड़ा और तुषार चौधरी जैसे नेताओं के लिए बुरा लगता है जो अपनी पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और फिर उन्हें अपने नेता से ऐसा प्रमाण पत्र मिलता है.”