Govind Singh Dotasara Reaction on Changes in Rajasthan Congress Team Sukhjinder Randhawa ANN
Rajasthan Congress Meeting: राजस्थान में विपक्षी दल कांग्रेस ने सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को साधने की योजना तैयार करने के लिए एक बड़ी बैठक की. कांग्रेस की कार्य समिति की बैठक में संगठन से जुड़े मुद्दों के अलावा, भजनलाल शर्मा सरकार के खिलाफ आंदोलन और प्रदर्शन की रणनीति पर चर्चा हुई. हालांकि, पूर्व सीएम अशोक गहलोत इस बैठक में शामिल नहीं हुए.
जयपुर के तोतुका भवन में हुई इस बैठक में राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत कई नेता मौजूग रहे. बैठक के बाद प्रभारी रंधावा ने कहा, “हम सरकार में आने से चूक गए और चूक हमसे हुई. हमने लोगों की बातों में आकर टिकट नहीं बदले. अगर हमने टिकट बदल दिए होते तो आज हम भी सरकार में होते. मेरी गलती थी कि मैं स्टैंड नहीं ले पाया. अगर स्टैंड ले पाया होता तो हम सरकार में भी होते.”
कांग्रेस प्रभारी ने प्रधानमंत्री से किए सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, “प्रधानमंत्री हर बार कुछ नया बोलते हैं लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं वह चीन पर क्यों नहीं बोलते? किसानों पर क्यों नहीं बोलते? राजस्थान से सटे भारत-पाक बॉर्डर से लगातार पाकिस्तान तस्करी के जरिए हथियार और नशा भेजता है, उस पर कार्रवाई क्यों नहीं करते?
केबिनेट मंत्री क्यों गए डीजीपी के घर?
राजस्थान सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा हाल ही में राजस्थान पुलिस के डीजीपी के घर उनसे मिलने पहुंचे थे. इसको लेकर कांग्रेस नेता रंधावा ने कहा, “किरोड़ी लाल मीणा ने कैबिनेट स्तर का दर्जा गिराने का काम किया है. डीजीपी के यहां मंत्री को नहीं पहुंचना चाहिए, बल्कि डीजीपी को मंत्रियों के पास पहुंचना चाहिए. राजस्थान में सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है. बीजेपी सरकार नहीं चला पा रही.”
वहीं, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने संगठन में बदलाव को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, “कांग्रेस मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है. हम संगठन में मजबूत टीम को लेकर आएंगे. फिलहाल तो मैं ही पीसीसी अध्यक्ष पद पर हूं. बाकी तो डायलॉग बाजी चलती रहती है.”
‘सरकार को दिखा रहे आईना’- टीकाराम जूली
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, “सदन से लेकर सड़क तक हम लगातार सरकार को आईना दिखाने का काम कर रहे हैं. सदन में मंत्री जवाब तक नहीं दे पा रहे. मुख्यमंत्री तक जवाब नहीं दे पा रहे हैं.” किरोड़ी लाल मीणा को लेकर टीकाराम जूली ने कहा, “शायद वह पर्ची बदलवाना चाह रहे हैं, लेकिन ऐसा संभव हो नहीं पा रहा. एक मंत्री डीजीपी के पास जा रहा है इसे बेकार क्या हो सकता है.”