Ghazipur Fake certificates were issued in Jakhania and Anganwadi appointments made in wrong manner ann
Ghazipur News: फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे अपात्र सरकारी नौकरी या फिर सरकारी योजनाओं का लाभ उठते हैं और ऐसा ही कुछ जखनियां तहसील में भी हुआ है. जब एक दूसरे सर्कल में ट्रांसफर हुए लेखपाल के आईडी से कंप्यूटर ऑपरेटर ने एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों फर्जी प्रमाण पत्र जारी कर खूब धन उगाही किया. वहीं अब इस मामले में जानकारी होने पर तहसील प्रशासन भी एक्टिव मोड में आ गया है. कंप्यूटर ऑपरेटर और दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दे दिए हैं.
गाजीपुर के जखनियां तहसील में फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र जारी करने का मामला सामने आया है. यह प्रमाण पत्र किसी और के आईडी से नहीं बल्कि क्षेत्र के लेखपाल के आईडी से ही जारी किया गया है. इन सभी प्रमाण पत्रों का इस्तेमाल पिछले दिनों बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में चल रहे आंगनवाड़ी नियुक्ति के मामले में ज्यादातर किया गया है.
कैसे हुआ खुलासा
एसडीएम जखनिया के अध्यक्षता में एक बैठक एक से दो दिन पूर्व बुलाई गई थी. उसी बैठक में फर्जी तरीके से आय, जाती और निवास प्रमाण पत्र जारी करने का मामला सामने आया था. इसमें यह निकाल कर आया कि क्षेत्र के कई लेखपाल जिनका ट्रांसफर किसी अन्यत्र तहसील में कर दिया गया है लेकिन किसी कारणवश उनकी आईडी बंद करने के बजाय उसी से प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं.
इस तरह के करीब तीन से 4 शिकायत जखनिया एसडीएम और तहसीलदार को मिली थी. जब इन लोगों के द्वारा जांच कराई गई तो मामला निकल कर यह आया कि लेखपाल क्षेत्र में जिस कंप्यूटर ऑपरेटर के माध्यम से अपनी आईडी का इस्तेमाल कर प्रमाण पत्र जारी करते थे. उन्हीं ऑपरेटर के द्वारा इस तरह का फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है.
सीएम युवा उद्यमी योजना में महाराजगंज नंबर वन, 102.8% लक्ष्य से अधिक लोन स्वीकृत
कैसे हो रहा था फर्जीवाड़ा
ऐसे में लेखपालों की बात करें तो इन्हीं में एक लेखपाल कैलाश सिंह जिनका 28 जुलाई 2021 को जखनिया से गाजीपुर तबादला हुआ. इसके बाद कासिमाबाद तहसील भेजे गए और स्थानांतरण के बाद भी लेखपाल की आईडी ट्रांसफर नहीं की गई. वहीं सूत्रों की बात माने तो कंप्यूटर ऑपरेटर को लेखपाल की आईडी का पासवर्ड पता था. उनके स्थानांतरण के बाद भी उनकी आईडी पासवर्ड का उपयोग कर वह आय प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से बनता रहा और जमकर धन उगाही भी किया.
प्रथम दृष्टिया फर्जी प्रमाण पत्र की बात माने तो तहसील में जहां अभी 3 से 4 शिकायत आई है लेकिन यह संख्या सैकड़ों में हो सकती है. इस जानकारी के बाद पूरे तहसील में हड़कंप मच गई है क्योंकि इस तरह से लेखपालों के आईडी पासवर्ड को गलत तरीके से प्रयोग कर आंगनबाड़ी की नियुक्ति के मामले में सैकड़ों आए और जाति प्रमाण पत्र जारी किए जा चुके हैं.
एसडीएम जखनिया ने बताया कि उनके संज्ञान में भी तीन से 4 शिकायत आई थी कि आंगनबाड़ी की नियुक्ति के लिए फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं. जिसको लेकर एक बैठक के दौरान ऐसे सभी मामलों में जांच कर दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं.