Sports

Gaza Crisis Foreign Terrorists May Force Rethink Of Security Strategy In Kashmir – गाजा संकट के बीच जम्मू-कश्मीर में विरोध प्रदर्शन का डर, सुरक्षा एजेंसियों ने की अहम बैठक



श्रीनगर:

इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास (Hamas)के बीच जंग की वजह से (Israel Palestine Conflict) गाजा पट्टी में संकट बढ़ता जा रहा है. गाजा संकट ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में सड़क पर विरोध प्रदर्शन (Protest) की वापसी की संभावना भी बढ़ा दी है. इसके साथ ही विदेशी आतंकवादियों की संख्या में बढ़ोतरी ने सुरक्षा एजेंसियों को सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने और नए उपायों पर रणनीति बनाने के लिए प्रेरित किया है.

यह भी पढ़ें

बुधवार को श्रीनगर स्थित 15 कोर के मुख्यालय में जम्मू-कश्मीर और सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों की बैठक हुई. एक वरिष्ठ अधिकारी ने NDTV को बताया, “एक नए सुरक्षा मैट्रिक्स पर चर्चा की गई. इस बात पर ध्यान केंद्रित किया गया कि आने वाले दिनों में सड़क पर होने वाले विरोध प्रदर्शनों को कैसे रोका जाए. बैठक का उद्देश्य समन्वय बढ़ाना था.”

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कश्मीर के लोग गाजा में सैन्य गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं. हमें डर है कि कुछ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं. इससे कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है. इसलिए, चीजों को नियंत्रण में रखने के लिए एक नए सुरक्षा मैट्रिक्स पर चर्चा की गई.”

इस हाई-प्रोफाइल बैठक में विदेशी आतंकवादियों की भूमिका को लेकर भी चर्चा हुई. एक अन्य अधिकारी ने कहा, “विदेशी आतंकवादियों की संख्या फिर से बढ़ गई है, क्योंकि संगठनों में स्थानीय भर्तियां काफी कम हो गई हैं.”

आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल केंद्र शासित प्रदेश में मारे गए 46 आतंकवादियों में से 37 पाकिस्तानी थे. सिर्फ 9 स्थानीय आतंकी थे. जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के 33 साल के इतिहास में यह पहली बार है कि मारे गए विदेशी आतंकवादियों की संख्या स्थानीय आतंकवादियों से चार गुना ज्यादा है.

गृह मंत्रालय के मुताबिक, कश्मीर घाटी में इस वक्त करीब 130 आतंकी एक्टिव हैं. इनमें से आधे विदेशी आतंकी हैं. नई दिल्ली में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “पाकिस्तान माहौल को गर्म रखना चाहता है. इसीलिए वह ज्यादा से ज्यादा आतंकवादियों को कश्मीर भेज रहा है. डर यह है कि जो लोग ऊपरी इलाकों में छिपे हुए हैं वे भी घाटी में आ सकते हैं.”

श्रीनगर में हुई बैठक की अध्यक्षता जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार आरआर भटनागर और उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर उपेंद्र द्विवेदी ने की. बैठक में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक, चिनार कोर कमांडर और सेना, राज्य प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए.

ये भी पढ़ें:-

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में 50 परिवार भारतीय सेना की मदद से सशक्त हुए

BRO ने अखनूर-पुंछ रोड पर 260 मीटर लंबी कंडी सुरंग को तोड़ने में सफलता हासिल की



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *