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बगहा में एक ऐसा तटबंध जो बगहा से  बेतिया जिला तक जोड़ता है. नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद बाल्मीकि  गंडक बैराज के 36 फाटक खोल दिए गए हैं. भियंताओं की टीम 24 घंटे शिफ्ट बाय शिफ्ट बराज पर लगी हुई है. लगभग दो गांव पानी में पूरी तरह से डूबे गए हैं. इसी बीच बेतिया से लेकर चखनी को जोड़ने वाली चंपारण तटबंध ध्वस्त  हो गया है.  तटबंध  के टूटने के बाद पानी का बहाव और तेज हो गया है. जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है.

बगहा में एक ऐसा तटबंध जो बगहा से बेतिया जिला तक जोड़ता है. नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद बाल्मीकि गंडक बैराज के 36 फाटक खोल दिए गए हैं. भियंताओं की टीम 24 घंटे शिफ्ट बाय शिफ्ट बराज पर लगी हुई है. लगभग दो गांव पानी में पूरी तरह से डूबे गए हैं. इसी बीच बेतिया से लेकर चखनी को जोड़ने वाली चंपारण तटबंध ध्वस्त हो गया है. तटबंध के टूटने के बाद पानी का बहाव और तेज हो गया है. जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है.

अररिया जिला के अलग-अलग हिस्सों सोमवार को बाढ़ के पानी में डूबने से सात लोगों की मौत हो गई है, जिसमें सदर प्रखंड के मदनपुर में दो, जोकीहाट प्रखंड में दो और भरगामा प्रखंड में तीन लोगों की मौत हुई है. जिले में एक ही दिन बाढ़ के पानी में डूबने से सात लोगों के मौत से हाहाकार मचा है.फारबिसगंज प्रखंड के खैरखा पंचायत में राहत शिविर में लोग रह रहे हैं

अररिया जिला के अलग-अलग हिस्सों सोमवार को बाढ़ के पानी में डूबने से सात लोगों की मौत हो गई है, जिसमें सदर प्रखंड के मदनपुर में दो, जोकीहाट प्रखंड में दो और भरगामा प्रखंड में तीन लोगों की मौत हुई है. जिले में एक ही दिन बाढ़ के पानी में डूबने से सात लोगों के मौत से हाहाकार मचा है.फारबिसगंज प्रखंड के खैरखा पंचायत में राहत शिविर में लोग रह रहे हैं

बेतिया के निचले इलाकों में गंडक नदी का पानी कई गांवों में घुस गया है. योगापट्टी प्रखंड की नवलपुर पंचायत के वार्ड नंबर एक अंतर्गत बेनी माधव के टोला में ग्रामीणों ने श्रमदान कर चचरी का पुल बनाया था, लेकिन पानी के तेज बहाव से वह बह गया. इसके बाद कई गांवों के लोगों का आवागमन बंद हो गया है. लोग ऊंची जगह पर पलायन को मजबूर हैं

बेतिया के निचले इलाकों में गंडक नदी का पानी कई गांवों में घुस गया है. योगापट्टी प्रखंड की नवलपुर पंचायत के वार्ड नंबर एक अंतर्गत बेनी माधव के टोला में ग्रामीणों ने श्रमदान कर चचरी का पुल बनाया था, लेकिन पानी के तेज बहाव से वह बह गया. इसके बाद कई गांवों के लोगों का आवागमन बंद हो गया है. लोग ऊंची जगह पर पलायन को मजबूर हैं

नेपाल में भारी बारिश के चलते वाल्मीकिनगर बैराज से गंडक नदी में साढ़े पांच लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किए जाने के बाद गोपालगंज के कई गांव बाढ़ से घिर गए हैं. डीएम मोहम्मद मकसूद आलम ने सभी तटबंध को सुरक्षित बताया है.

नेपाल में भारी बारिश के चलते वाल्मीकिनगर बैराज से गंडक नदी में साढ़े पांच लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किए जाने के बाद गोपालगंज के कई गांव बाढ़ से घिर गए हैं. डीएम मोहम्मद मकसूद आलम ने सभी तटबंध को सुरक्षित बताया है.

बिहार के कटिहार जिला के कई प्रखंड में बाढ़ ने अपना कहर बरपाया है. गंगा नदी के जलस्तर में पिछले दो-तीन दिनों से कमी आ रही है, लेकिन लोगों पर अभी संकट बरकरार है. लगातार हो रही बारिश के बाद तेज धूप और मच्छड़ के कारण बाढ़ पीड़ित परेशान हो रहे हैं.

बिहार के कटिहार जिला के कई प्रखंड में बाढ़ ने अपना कहर बरपाया है. गंगा नदी के जलस्तर में पिछले दो-तीन दिनों से कमी आ रही है, लेकिन लोगों पर अभी संकट बरकरार है. लगातार हो रही बारिश के बाद तेज धूप और मच्छड़ के कारण बाढ़ पीड़ित परेशान हो रहे हैं.

नेपाल के तराई क्षेत्र में किशनगंज में हुई लगातार बारिश के बाद जिले में बहने वाली महानंदा , कंनकई, मैची, रेतुआ सहित अन्य नदिया उफान पर हैं. जिले के सातों प्रखंडों के दर्जनों गांव में नदियों का पानी प्रवेश कर चुका है. बाढ़ की वजह से जिले की लगभग 50 से 70 हजार आबादी प्रभावित हुए है.

नेपाल के तराई क्षेत्र में किशनगंज में हुई लगातार बारिश के बाद जिले में बहने वाली महानंदा , कंनकई, मैची, रेतुआ सहित अन्य नदिया उफान पर हैं. जिले के सातों प्रखंडों के दर्जनों गांव में नदियों का पानी प्रवेश कर चुका है. बाढ़ की वजह से जिले की लगभग 50 से 70 हजार आबादी प्रभावित हुए है.

सीतामढ़ी जिले में चार दिनों से लगातार बारिश से शहर/ग्रामीण क्षेत्रों में पानी-पानी हो गया है. जिले में और नेपाल के तराई क्षेत्रों में भी लगातार बारिश से जिले में बागमती समेत अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. नदियां पूरे उफान पर है. इधर, सीतामढ़ी जिले में बागमती नदी का तटबंध टूट जाने के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया है. तकरीबन 20 फिट में तटबंध टूट गया है.

सीतामढ़ी जिले में चार दिनों से लगातार बारिश से शहर/ग्रामीण क्षेत्रों में पानी-पानी हो गया है. जिले में और नेपाल के तराई क्षेत्रों में भी लगातार बारिश से जिले में बागमती समेत अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. नदियां पूरे उफान पर है. इधर, सीतामढ़ी जिले में बागमती नदी का तटबंध टूट जाने के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया है. तकरीबन 20 फिट में तटबंध टूट गया है.

Published at : 01 Oct 2024 12:04 AM (IST)

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