Farooq Abdullah National Conference President On Aurangzeb Remarks Row And Muzaffarnagar Name Change
Farooq Abdullah On Aurangzeb Remarks Row: मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर शुरू हुई सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. इस विवाद में अब जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला भी कूद पड़े हैं. उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ये मुगलों के इतिहास को मिटाना चाहते हैं.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने औरंगजेब विवाद और मुजफ्फरनगर का नाम बदलने के सवाल पर मीडिया से बातचीत में कहा, ”इतिहास नहीं बदला जा सकता. वे मुगलों के इतिहास को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन वे सफल नहीं होंगे.”
Jammu and Kashmir: On the Aurangzeb remarks row and Muzaffarnagar name change, J&K National Conference President Farooq Abdullah says, “History cannot be changed. They want to erase the history of the Mughals, but they will not succeed…” https://t.co/XliwfJYQwu pic.twitter.com/DPKfnbG6xJ
— IANS (@ians_india) March 6, 2025
अबू आजमी ने की थी औरंगजेब की तारीफ वाली टिप्पणी
समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने मुगल सम्राट औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली टिप्पणी की थी. जिसके बाद सियासी बवाल खड़ा हो गया. औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली टिप्पणी की वजह से उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा से 26 मार्च को समाप्त होने वाले बजट सत्र की शेष अवधि के लिये निलंबित कर दिया गया. अबू आजमी मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं.
अबू आजमी ने पेश की सफाई
महाराष्ट्र में सत्ता पक्ष के सदस्यों का कहना है कि औरंगजेब की तारीफ में बयान देना मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके बेटे छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान है. बीजेपी समेत कई पार्टियों के नेता अबू आजमी को घेर रहे हैं. इस बीच अबू आजमी के बयान का फारूक अब्दुल्ला ने एक तरह से समर्थन किया है. वहीं, अबू आजमी ने विवाद बढ़ने के बाद में अपने बयान को लेकर सफाई दी.
अबू आजमी ने मंगलवार (4 मार्च) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा कि उनके बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. उन्होंने कहा, ”मैंने औरंगजेब के बारे में जो कुछ भी कहा है, उसका जिक्र इतिहासकारों और लेखकों ने किया है. मैंने शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या किसी भी राष्ट्रीय हस्ती के खिलाफ कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है. फिर भी, अगर मेरी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है, तो मैं अपने बयान और टिप्पणियां वापस लेता हूं.”
ये भी पढ़ें: ‘हमें खैरात में कुछ नहीं चाहिए. हम इज्जत से…’, धारा 370 पर विधानसभा में बोले CPIM विधायक यूसुफ तारिगामी