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Election Fact Check fake notice circulating on social media promises financial help to muslims who will vote for congress


Viral Photo Fact Check: सोशल मीडिया पर एक फर्जी नोटिस वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराने के लिए कर्नाटक जाने वाले मुसलमानों को दुबई स्थित सुन्नी मुस्लिम संगठन आर्थिक मदद उपलब्ध करा रहा है. बूम ने फैक्ट चेक के दौरान इस दावे को फर्जी पाया है. पड़ताल के दौरान पता चला कि दुबई में ऐसा कोई संगठन है ही नहीं जिसका नाम एसोसिएशन ऑफ सुन्नी मुस्लिम हो. नोटिस में जो पता और कॉन्टेक्ट नंबर दिया गया है, वो भी फर्जी है. 

वायरल हो रहे नोटिस पर 29 अप्रैल 2024 की तारीख लिखी है और साथ ही उसमें ये दावा किया गया है कि मुसलमानों की सच्ची दोस्त कांग्रेस को 7 मई को मतदान करने के लिए जो मुस्लिम कर्नाटक जा रहे हैं, उन्हें टिकट बुक कराने से लेकर सारे खर्चों के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी. एक यूजर ने एक्स पर इस नोटिस को पोस्ट करते हुए लिखा, ‘दुबई की एसोसिएशन ऑफ सुन्नी मुस्लिम, उन मुसलमानों को आर्थिक मदद मुहैया करा रही है, जो कर्नाटक जाकर फासीवादी ताकतों को हराने और कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए जा रहे हैं. इसी बीच हिंदू गर्मी का बहाना कर घरों में सो रहे हैं.’ 

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ये वायरल पोस्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें और आर्काइव लिंक के लिए यहां क्लिक करें.

फैक्ट चेक में क्या मिला?

बूम ने इस दावे का फैक्ट चेक किया तो इसपर दिए कॉन्टेक्ट नंबर और पते को खंगाला गया, लेकिन ये दोनों ही फर्जी निकले. गूगल और फेसबुक पर एसोसिएशन ऑफ सुन्नी मुस्लिम (दुबई) खंगाला तो कोई नतीजा सामने नहीं आया. फिर उस पते के बारे में पता लगाया गया जो नोटिस के लैटरहेड पर दिया था. लैटरहेड पर पता लिखा था 11वीं स्ट्रीट, खालिद बिन वालिद रोड, प्लॉट नंबर उम हुरैर वन, दुबई, संयुक्त अरब अमीरात. पता चला कि ये पता दुबई स्थित पाकिस्तान के कॉन्सुलेट जनरल का है, जो कि उनके वेबसाइट पर भी दिखाया गया है.  

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नोटिस पर दिया पता फर्जी निकलने के बाद उसपर दिए नंबर्स को खंगाला गया. पता चला कि इनमें से कोई भी नंबर एसोसिएशन ऑफ सुन्नी मुस्लिम से संबंधित नहीं है. नोटिस पर पहला नंबर मोहम्मद फयाज का बताया गया है, जबकि ये एक कॉफी मशीन सेल्स सर्विस कंपनी के नाम से रजिस्टर है. नंबर से संपर्क करने पर कंपनी की तरफ से वॉट्सएप पर रिप्लाई आया कि उनका इस तरह के किसी संगठन से कोई संबंध नहीं है. 

जिस कंपनी के नाम से नंबर रजिस्टर है उसके इंस्टाग्राम पेज भी यही नंबर है, जिसका संबंध फर्जी नोटिस में सुन्नी एसोसिएशन से बताया गया है. बूम ने बताया कि नोटिस पर दिए दूसरे और तीसरे नंबर से भी संपर्क किया गया तो इसी तरह का जवाब मिला. नोटिस पर दिया दूसरे नंबर के आगे फिरोज हिदयातुल्लाह नाम लिखा है, लेकिन ये नंबर केरल के सनथकुमार के नाम पर है.

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Disclaimer: This story was originally published by Boom and republished by ABP Live Hindi as part of the Shakti Collective.





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