ED big action in embezzlement funds by Hyderabad Cricket Association officials seized property worth Rs 51.29 lakh under PMLA ANN
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के हैदराबाद जोनल कार्यालय ने (18 मार्च, 2025) को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत 51.29 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की है. ये कार्रवाई हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) के पदाधिकारियों द्वारा किए गए फंड गबन के मामले में की गई है.
कैसे हुआ घोटाला?
ईडी ने अपनी जांच हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा दर्ज कई एफआईआर के आधार पर शुरू की थी. इन एफआईआर में आरोप लगाया गया था कि एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, उप्पल के निर्माण के लिए मिले फंड और क्रिकेट गेंद, जिम उपकरण और बकेट चेयर की खरीद में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया.
जांच में सामने आया कि एचसीए के पदाधिकारियों ने खेल सामग्री की आपूर्ति के ठेके कुछ चुनिंदा कंपनियों को ऊंची कीमतों पर दिए. इन कंपनियों में सारा स्पोर्ट्स, एक्सीलेंट एंटरप्राइजेस और बॉडी ड्रेंच इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं. इन कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया और बाद में उन्होंने यह काला धन (Proceeds of Crime – POC) एचसीए के पूर्व उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष सुरेंद्र अग्रवाल और उनके परिवार को लौटा दिया.
किस तरह पैसा हुआ इधर-उधर?
सारा स्पोर्ट्स ने 17 लाख रुपये सुरेंद्र अग्रवाल की पत्नी की फर्म केबी ज्वेलर्स और उनके बेटे अक्षित अग्रवाल के खाते में भेजे. यह पैसे संगीत कार्यक्रम और इवेंट मैनेजमेंट के बहाने ट्रांसफर किए गए. एक्सीलेंट एंटरप्राइजेस ने 21.86 लाख रुपये अक्षित अग्रवाल के खाते में भेजे, जिसे कर्ज और हीरे की खरीद का नाम दिया गया.बॉडी ड्रेंच इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 52 लाख रुपये सीधे सुरेंद्र अग्रवाल, उनकी बहू और केबी ज्वेलर्स के खातों में ट्रांसफर किए.
ईडी की कार्रवाई
ईडी ने अपनी जांच में पाया कि सुरेंद्र अग्रवाल और उनके परिवार को कुल 90.86 लाख रुपये की अवैध कमाई हुई. इसी के तहत 51.29 लाख रुपये की संपत्ति जब्त कर ली गई है. ईडी अभी मामले की जांच कर रही है.
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