ED Action In Money Laundering Case arrested Sukhwinder Singh and Dimple Kharour
ED Action In Money Laundering Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जालंधर जोनल टीम ने 28 फरवरी, 2025 को सुखविंदर सिंह खरौर और डिंपल खरौर को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत गिरफ्तार किया. दरअसल, यह कार्रवाई VueNow Marketing Services Ltd. और इससे जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है.
ED को जानकारी मिली थी कि सुखविंदर सिंह और डिंपल खरौर देश छोड़कर भागने की योजना बना रहे थे, लेकिन दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर पहले से जारी लुकआउट सर्कुलर (LoC) के चलते दोनों को रोक कर गिरफ्तार कर लिया गया.
कोर्ट ने दी रिमांड
गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को PMLA की विशेष अदालत, जालंधर में पेश किया गया. सुखविंदर सिंह खरौर को 10 दिन (10 मार्च 2025 तक) ED की हिरासत में भेजा गया. डिंपल खरौर को 5 दिन (5 मार्च 2025 तक) ED की कस्टडी में रखा गया.
क्या है पूरा घोटाला?
ED ने यह जांच गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) पुलिस की ओर से दर्ज FIR के आधार पर शुरू की थी. यह मामला BNS, 2023 की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया गया था. जांच में सामने आया कि सुखविंदर सिंह खरौर, VueNow Group का सीईओ और मास्टरमाइंड है. उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर हजारों करोड़ रुपये का क्लाउड पार्टिकल घोटाला किया. ‘सेल एंड लीज बैक’ (SLB) मॉडल के तहत निवेशकों से पैसा इकट्ठा किया गया, लेकिन असल में कोई व्यवसाय था ही नहीं. जनता से ठगे गए पैसे का इस्तेमाल निजी संपत्ति और ऐशो-आराम में किया गया.
कहां गया घोटाले का पैसा?
अब तक की जांच में ED ने खुलासा किया कि घोटाले के जरिए ₹3558 करोड़ की अवैध कमाई (Proceeds of Crime – POC) हुई. इस पैसे को भारी कमीशन, महंगी गाड़ियां, सोना, हीरे, शेल कंपनियों और अचल संपत्तियों में निवेश किया गया.
ED की अब तक की कार्रवाई
ED ने इस मामले में पहले भी 26 नवंबर 2024, 17 जनवरी 2025 और 24 फरवरी 2025 को VueNow Marketing Services Ltd. और उससे जुड़ी अन्य कंपनियों पर छापेमारी की थी. अब इस मामले में आगे की कार्रवाई और आरोपियों से पूछताछ जारी रहेगी.