ED Action Against Real State Group WTC Group In Delhi NCR Bhutani Group Under PMLA Act ANN
ED Action: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), गुरुग्राम ने दिल्ली, फरीदाबाद और एनसीआर क्षेत्र में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (डब्ल्यूटीसी) ग्रुप और उसके प्रमोटर आशीष भल्ला, साथ ही भूटानी ग्रुप और उसके प्रमोटर आशीष भूटानी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत 12 जगहों पर छापेमारी की. इन छापों में 1.5 करोड़ रुपये मूल्य के गहने और सोने-चांदी के बर्तन बरामद किए गए. साथ ही, डब्ल्यूटीसी ग्रुप की कंपनियों के नाम पर फिक्स्ड डिपॉजिट भी फ्रीज किए गए.
डब्ल्यूटीसी ग्रुप और भूटानी ग्रुप रियल एस्टेट क्षेत्र में सक्रिय हैं. इन पर आरोप है कि इन्होंने निवेशकों से बड़ी रकम जुटाई, लेकिन परियोजनाओं को समय पर पूरा नहीं किया, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ. निवेशकों की शिकायतों के बाद ईडी ने यह कार्रवाई की.
रियल स्टेट पर ईडी की पैनी नजर
हाल के महीनों में, ईडी ने रियल एस्टेट क्षेत्र में कई बड़ी कार्रवाइयां की हैं. जनवरी 2025 में, ईडी ने कलपतरु ग्रुप और संबंधित संस्थाओं की 30.5 करोड़ रुपये की 9 अचल संपत्तियां मथुरा, उत्तर प्रदेश में जब्त की थीं. ये संपत्तियां आवासीय और व्यावसायिक भूखंडों के रूप में थीं और मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत यह कार्रवाई की गई थी.
ईडी का एक्शन जारी
इसी तरह, जनवरी 2025 में ही, ईडी ने हरियाणा के गुरुग्राम स्थित वाटिका लिमिटेड से जुड़े एक बड़े बिल्डर-निवेशक के यहां बड़ी कार्रवाई की थी. बिल्डर की धोखाधड़ी मामले में 68.59 करोड़ रुपये की लगभग 27.36 एकड़ कृषि भूमि सहित 9 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया गया था. यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत की गई थी, जिसमें 600 से अधिक निवेशकों के कथित शोषण का आरोप था.
इन कार्रवाइयों से स्पष्ट है कि रियल एस्टेट क्षेत्र में मनी लॉन्ड्रिंग और निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामलों में ईडी सख्त रुख अपना रहा है. निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे निवेश करने से पहले कंपनियों की पृष्ठभूमि और कानूनी स्थिति की अच्छी तरह जांच करें, ताकि भविष्य में किसी भी धोखाधड़ी से बचा जा सके.
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