Dussehra celebrated in many districts of Bihar Ravana and Meghnath burnt in buxar gaya arrah chhapra supaul ann
गया के ऐतिहासिक गांधी मैदान में शनिवार को विजयादशमी के दिन रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण का पुतला दहन किया गया. रावण वध देखने को लेकर हजारों लोगो की भीड़ थी. दशहरा कमिटी के जरिए शोभा यात्रा निकाली गई. श्री राम की शोभा यात्रा गांधी मैदान पहुंची, जिसके बाद लोगों ने श्री राम का जयघोष किया. इसके बाद पुतला दहन किया गया. गया में 1953 से दशहरा पूजा कमिटी के जरिए रावण दहन का आयोजन हो रहा है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रावण वध कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम दिखे.
नवादा में चक्रवर्ती सम्राट दुर्गा पूजा समिति के जरिए रावण दहन किया गया. यह कार्यक्रम नवादा के हरिचंद स्टेडियम में आयोजित की गया, जहां आरजेडी नेता श्रवण कुशवाहा, डीएम और एसपी सहित तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे. रावण वध कार्यक्रम का आयोजन 50 हजार की संख्या में भीड़़ अनुमान लगाया गया है. भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. ड्रोन कैमरे से भीड़ की निगरानी की जा रही थी. रावण वध को लेकर जिला प्रशासन की ओर से पुलिस पदाधिकारी और दंडाधिकारी की नियुक्ति की गई थी.
बक्सर में विजयदशमी के दिन शनिवार को ऐतिहासिक किला मैदान में लगभग 5 बजे 45 फीट के मेघनाथ और रावण का पुतला दहन किया गया।. इस बार छह गेट श्रद्धालुओं के आने जाने के लिए और एक इमर्जेंसी गेट बनाया गया था. 45 मजिस्ट्रेट कार्यक्रम स्थल और पूरे शहर में 60 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे. 250 सुरक्षा जवान और पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई थी. पूरे शहर के साथ-साथ किला मैदान की सुरक्षा में मजिस्ट्रेट उपस्थित थे. इस मौके पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे.
उधर आरा के रमना मैदान में रात 8 बजे रावण पुतला दहन कार्यक्रम संपन्न हुआ. भोजपुर जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया और एसपी राज के चलाए हुए तीर से पराक्रमी रावण धू-धूकर जल उठा. पटाखे की आवाज सुनाई देने लगी और रावण तेज आवाज के बीच जलने लगा. पूरा रमना में मैदान जय श्री राम, जय श्री राम की जयकार सुनाई देने लगी. हजारों लोगों के बीच रावण का वध भगवान श्रीराम ने किया. अधर्म पर धर्म की जीत के इस पवित्र पर्व पर लोगों में खुशी का माहौल देखा गया.
सुपौल में भी हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी गांधी मैदान में असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक विजयदशमी समारोह धूमधाम से मनाया गया. लाखों दर्शकों की उपस्थिति में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने रावण और मेघनाद का वध किया. गांधी मैदान श्री राम के जयघोष से गूंज उठा, जब वानर सेना ने सबसे पहले लंका दहन किया. उसके बाद, श्री राम ने अग्निबाण से मेघनाद का वध किया. जब रावण के दहन का समय आया, पूरा मैदान एक बार फिर जय श्री राम के नारों से गूंजायमान हो गया.
सुपौल में विजयादशमी के शुभ अवसर पर भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. यात्रा के दौरान एक अद्भुत नजारा देखने को मिला, जब बुलडोजर पर पुष्प वर्षा की गई. नगर परिषद के मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा का स्वागत बुलडोजर पर माला पहनाकर किया गया, जो श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहा.
छपरा के राजेन्द्र स्टेडियम में आज विजयादशमी के दिन 55 फीट ऊंचे रावण और 50 फ़िट ऊंचे मेघनाद के विशाल पुतलों का दहन किया गया. इस आयोजन के दौरान हजारों को संख्या में लोगो की भीड़ ने इस कार्यक्रम का आनंद लिया. इस दौरान आकर्षक आतिशबाजी भी की गई. श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान रथ पर सवार होकर राजेन्द्र स्टेडियम पहुंचे. जैसे ही लक्ष्मण ने अपना तीर मेघनाद को मारा, वैसे ही मेघनाद का पुतला कुछ ही मिनट में जलकर पूरी तरह राख हो गया. जब श्रीराम ने रावण की नाभि पर निशाना साधते हुए अपना तीर छोड़ा, वैसे ही रावण का पुतला पूरी तरह जलकर राख हो गया.
पूर्वी चंपारण जिले में विजयादशमी पर्व के अवसर पर केसरिया थाना क्षेत्र के नयागांव में करीब 21 वर्षो से लागातर रावण दहन कार्यक्रमों किया जा रहा है. शनिवार की शाम में 51 फीट का रावण का पुतला दहन किया गया. जहां लोगो की भारी भीड़ जुटी थी. वहीं रावण का पुतला दहन के समय सभों ने तालियां बजाकर विजयादशमी की बधाई दी और जय श्री राम के नारों से पूरे इलाके को गुंजयमान कर दिया. इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.
Published at : 12 Oct 2024 09:22 PM (IST)
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