DMK Leader RS Bharathi claims Karunanidhi role in aiding LTTE Chief Prabhakaran
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के संगठन सचिव आरएस भारती ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने दावा किया कि लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) के प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरण को जेल जाने से बचाने में दिवंगत डीएमके संरक्षक एम करुणानिधि की महत्वपूर्ण भूमिका थी.
यह घटना 1980 के दशक की शुरुआत में हुई, जब प्रभाकरण को चेन्नई में गोलीबारी की घटना के बाद गिरफ्तार किया गया था. भारती ने बताया,”1983 से पहले, प्रभाकरण चेन्नई आया था. उसकी टीम और दूसरे गुट के बीच गोलीबारी के कारण उसे गिरफ्तार किया गया और सैदापेट कोर्ट लाया गया.”
करुणानिधि की अपील पर जमानत का प्रयास
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक आरएस भारती ने कहा कि करुणानिधि ने सीधे उन्हें प्रभाकरण के लिए जमानत दिलाने का निर्देश दिया. भारती ने खुलासा किया कि कलैगनार ने मुझसे कहा कुछ भी करो, लेकिन प्रभाकरण को जेल नहीं जाना चाहिए.’उन्होंने आगे बताया कि जमानत याचिका दायर करने के लिए एक स्थानीय व्यक्ति की आवश्यकता थी, लेकिन किसी ने प्रभाकरण का समर्थन नहीं किया. इसके बावजूद, अदालत में बहस के बाद भारती ने प्रभाकरण की जमानत सुनिश्चित की.
प्रभाकरण का फरार होना
प्रभाकरण को जमानत पर रिहा करने के अगले ही दिन वह फरार हो गया. भारती ने कहा कि मैंने जमानत पर उसकी रिहाई सुनिश्चित की और अगले दिन वह भाग गया. डीएमके नेता भारती ने नाम तमिलर काची (एनटीके) के नेता सीमन की कड़ी आलोचना की.
उन्होंने आरोप लगाया कि सीमन राजनीतिक लाभ के लिए प्रभाकरण की विरासत का गलत फायदा उठा रहे हैं. “क्या आप प्रभाकरण को जानते भी हैं? उनके नाम और तस्वीर का इस्तेमाल करके आप लोगों को धोखा दे रहे हैं.” अब देखना यह दिलचस्प होगा कि डीएमके के संगठन सचिव आरएस भारती का यह खुलासा तमिलनाडु की राजनीति में क्या हलचल पैदा करती है.