Digvijaya Singh Impressed By BJP Dr. Mohan Yadav Work After Becoming Chief Minister Of Madhya Pradesh
Digvijaya Singh on CM Mohan Yadav: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अनुभव की दृष्टि से भले ही नए है लेकिन उनके शुरुआती फैसलों की तारीफ कांग्रेस नेता भी कर रहे है. डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे अभी सिर्फ 17 दिन हुए है, लेकिन उन्होंने प्रशासनिक कसावट के साथ गैर जिम्मेदारियां पर जिस तरह से ताबड़तोड़ कार्रवाई की है उसकी चारों तरफ चर्चा है. इसकी तारीफ कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी की है.
बस हादसे के मामले पर सख्त एक्शन
यहां बताते चले कि बुधवार 27 दिसंबर को मध्य प्रदेश के गुना जिले में बस और ट्रक की टक्कर में 13 लोग जिंदा जल गए थे. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुना बस हादसे मामले में सख्त एक्शन लेते हुए प्रदेश के परिवहन आयुक्त, गुना कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक समेत जिले के अन्य दो बड़े अधिकारियों पर बडी कार्रवाई की. गुना कलेक्टर तरुण राठी का भोपाल तबादला कर दिया है.
एसपी विजय कुमार खत्री को भी हटाकर पुलिस मुख्यालय भोपाल भेज दिया गया है. इसके अलावा गंभीर लापरवाही के चलते संजय कुमार झा को परिवहन आयुक्त के पद से हटा दिया है. जिले क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी रवि बरेलिया और नगर पालिका गुना के मुख्य नगर पालिका अधिकारी बीडी कतरोलिया को सस्पेंड कर दिया गया.
‘दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री का किया धन्यवाद’
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मुख्यमंत्री मोहन यादव के इस एक्शन की तारीफ करते हुए लिखा है,”धन्यवाद मुख्यमंत्री जी.आपने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को सबक सिखाया. उम्मीद है लापरवाही की ऐसी दुर्घटनाएं आगे नहीं होंगी. दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि और परिजनों को संवेदनाएं. ईश्वर उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दें.
‘विवेक तंखा ने बताया प्रशासनिक कसावट का पहला कदम’
वहीं, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि अच्छा निर्णय, प्रशासनिक कसावट का पहला कदम. मुख्यमंत्री मोहन यादव से आग्रह की यह कसावट अब एक बड़े प्रशासनिक सर्जरी का हिस्सा बने. प्रशासन कुछ दशकों से शुद्ध राजनीतिक और भ्रष्टाचार के कारण बर्बादी के कगार में था. अब इसे बदले और मौतों का इंतज़ार प्लीज़ नहीं करिए.
‘जबलपुर के धान खरीदी घोटाले पर भी एक्शन’
आपको बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर में धान खरीदी में भ्रष्टाचार और घोटाले के आरोपों को लेकर भी बड़ा एक्शन लिया है. जबलपुर जिले के फूड कंट्रोलर और डीएमओ को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा खाद्य-नागरिक आपूर्ति विभाग और सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव को भी पद से हटा दिया गया है. जबलपुर में धान खरीदी में गड़बड़ी का मामला खुद बीजेपी के विधायक अजय विश्नोई लगातार उठा रहे हैं.