Did Not Expect This Disaster Author Ankur Warikoo Shares His Class 12 Marksheet Post Viral
जो लोग सोशल मीडिया पर या किताबों के जरिए कामयाबी हासिल करने के टिप्स देते हैं. फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं और अपनी शानदार भाषा से आपको इंप्रेस करते हैं, क्या कभी आपने सोचा कि उन्हें स्कूल में कितने मार्क्स आते होंगे. खासतौर से दसवीं और बारहवीं क्लास में. ये दो ऐसी क्लासेज हैं जिसमें अच्छे मार्क्स लाने का दबाव तकरीबन हर बच्चे पर होता है और हर माता पिता यही सीख देते हैं कि ये मार्कशीट बहुत इंपोर्टेंट होती है. लेकिन करोड़ों कमाने वाले एक शख्स ने इस बात को झुठला दिया है. ये शख्स हैं अंकुर वारिकु (Ankur Warikoo). जिन्होंने अपनी बारहवीं क्लास की मार्कशीट शेयर की है और बताया है कि उन्हें कितने कम मार्क्स मिले थे.
यह भी पढ़ें
करोड़पति की मार्कशीट
अंकुर वारिकु के नाम को किसी पहचान की दरकार नहीं है. अंकुर वारिकु ने जो मार्कशीट शेयर की है उसमें बारहवीं क्लास में इंग्लिश में उनके मार्क्स थे सौ में से सत्तावन. इस पोस्ट को शेयर करते हुए अंकुर वारिकु ने लिखा है कि मुझे सचमुच इतने कम मार्क्स की उम्मीद नहीं थी. मैं एक फेलियर की तरह महसूस कर रहा था. लेकिन आज लोग मुझे एक अच्छा और कॉन्फिडेंट वक्ता मानते हैं. अगर मेरे मार्क्स से ही मेरी पहचान होती तो शायद आज मैं कहीं नहीं पहुंच पाता. तो, जो भी खुद को मेरी तरह फेलियर मान रहे हैं वो याद रखें कि आपके मार्क्स आपकी पहचान नहीं बन सकते. सिर्फ आप अपनी पहचान गढ़ सकते हैं. जो लोग बार बार फेल हो रहे हैं वो याद रखें कि उनके पास बहुत समय है और वो खुद में काफी हैं.
कौन हैं अंकुर वारिकु?
अंकुर वारिकु एक आंत्रप्रेन्योर हैं. लेकिन इससे पहले साल 2005 से ही वो सोशल मीडिया पर कंटेंट क्रिएट करते हैं. करोड़ों लोग उन्हें फॉलो भी करते हैं. जिस अंग्रेजी भाषा में उन्हें बहुत कम मार्क्स मिले, उसी भाषा में वो मेक एपिक मनी और डू एपिक शिट नाम की किताब लिख चुके हैं. जिसमें उन्होंने बताया कि एकेडमिक परफॉर्मेंस के अलावा भी जानने और समझने के लिए बहुत कुछ है.
ये Video भी देखें: Taiwan Earthquake: ताइवान जैसा भूकंप भारत में आया तो क्या होगा?