Delhi Vehicle Pollution Check PUC Certificate, Centersif Irregularities Are Found Ann
Delhi PUC Inspection: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने की कवायद में विभिन्न उपायों को अपनाया जा रहा है. ताकि प्रदूषण को बढ़ाने वाले कारकों को कम से कम किया जा सके. इसी कड़ी में दिल्ली सरकार का परिवहन विभाग भी विभिन्न स्तरों पर वाहन से होने वाले प्रदूषण की जांच में लगा हुआ. इसके लिए परिवहन विभाग के एनफोर्समेंट विंग के अधिकारी जहां एक तरफ वाहनों के PUC की जांच कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के PUC सेंटरों की भी जांच की जा रही है, जिसमें गड़बड़ी पाये जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है.
PUC मुहैया करवाने वाले सेंटरों के खिलाफ भी कार्रवाई
परिवहन विभाग ने यह कदम उन जुगाड़ वाहनों को देखते हुए उठाया है जो किसी जुगाड़ के सहारे PUC प्राप्त कर लेते हैं, जबकि उनके वाहन परिवहन विभाग के प्रदूषण को लेकर तय मानकों पर खड़ा नहीं उतरते हैं. अधिकारियों ने अब तक कई ऐसे जुगाड़ वाहनों का चालान किया है, जबकि जुगाड़ से PUC मुहैया करवाने वाले सेंटरों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. परिवहन विभाग की तरफ से लगातार इस तरह की जांच और कार्रवाई की जा रही है.
PUC सेंटर का औचक निरीक्षण
परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली में वर्तमान में कुल 949 PUC सेंटर हैं, जहां वाहनों के प्रदूषण की जांच की जाती है. अधिकारियों ने PUC संचालक से कहा है कि वो सख्ती से नियमों का पालन करें. यह सुनिश्चित करने के लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट PUC सेंटरों पर लगातार औचक निरीक्षण कर रही है. कुछ पॉल्युशन कंट्रोल ऑफिसरों की ड्यूटी खासतौर से इसी काम में लगाई गई है. ताकि नियमों का उल्लंघन कर रहे सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके.
लापरवाही बरतने वाले PUC सेंटर के खिलाफ होगी कार्रवाई
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस साल 1 जनवरी से 22 अक्टूबर के बीच 38,62,694 गाड़ियों को PUC सर्टिफिकेट जारी किया गया है. इस दौरान 407 प्रदूषण नियंत्रण केंद्रों की जांच की गई है. जांच में कुछ सेंटरों की कार्यशैली में गड़बड़ियां पाए जाने पर 57 सेंटरों को शो कॉज औरवॉर्निंग नोटिस जारी किए गए हैं. जबकि 6 केंद्रों को सस्पेंड कर दिया है. उन्होंने बताया कि कुछ PUC सेंटर बहुत पुराने और खराब हो चुके उपकरणों का इस्तेमाल कर पॉल्युशन की जांच कर रहे थे. वहीं, कुछ सेंटर तय मानकों के अनुसार जांच नहीं कर रहे थे. इस कारण वहां से जारी किए गए PUC में गड़बड़ी की आशंका बनी हुई थी. यही वजह है कि तय मानकों पर खड़ा न उतरने वाले PUC सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जो आगे भी जारी रहेगी.
एक्सपायरी PUC वाले वाहनों का होगा 10000 का चालान
अधिकारियों ने बताया कि 1 से 22 अक्टूबर के बीच वाहन ओवरलोडिंग के 246 चालान काटे गए हैं. जबकि 36,270 गाड़ियों के PUC की जांच की गई है. इस दौरान 3,922 वाहन ऐसी पाये गए, जिनके PUC सर्टिफिकेट एक्सपायर हो चुके थे. इन सभी के 10-10 हजार रुपये के चालान काटे गए. वहीं, विजिबल पल्यूशन फैलाने वाली 5 वाहनों को जब्त किया गया. इसके अलावा नो पार्किंग के भी 6,640 चालान काटे गए हैं. वहीं, डीजल की 10 साल और पेट्रोल की 15 साल पुरानी गाड़ियों के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई कर रही है और इस साल अब तक ऐसी 14,483 गाड़ियां जब्त की गई है.