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Delhi Surprise inspection of 4 schools Patparganj Education Minister Ashish Sood scolded officials ann


Ashish Sood School Inspection: दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने आज (8 अप्रैल) पटपड़गंज विधानसभा के 4 सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान स्कूलों में जर्जर इमारतें, पीने के पानी और साफ शौचालय की कमी, लैब की बदहाल स्थिति और शिक्षकों की भारी कमी जैसी कई गंभीर खामियां सामने आईं. निरीक्षण के दौरान शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए चेतावनी दी कि काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

इमारतें, शौचालयों की सफाई और मिड-डे मील की जांच
शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बताया कि 1960 में बनी कई इमारतें आज भी स्कूल के रूप में उपयोग हो रही हैं, जो बेहद खतरनाक स्थिति में हैं. सर्वोदय कन्या विद्यालय, मंडावली नंबर-3 के स्विमिंग पूल की हालत बेहद खराब पाई गई, जिसके बाद उन्होंने विजिलेंस जांच के आदेश दिए. निरीक्षण के दौरान कई स्कूलों में मिड-डे मील की गुणवत्ता की जांच की गई. स्कूलों में पीने के पानी के नल टूटे हुए मिले और शौचालयों की सफाई व्यवस्था भी खराब पाई गई.

कहीं शिक्षक नदारद, कहीं क्षमता से अधिक छात्र
कई स्कूलों में छात्रों की संख्या के मुकाबले शिक्षक नदारद थे, जिससे पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. साथ ही कई कक्षाएं क्षमता से अधिक छात्रों से भरी हुई थीं. सर्वोदय कन्या विद्यालय, मंडावली नंबर-1 की बिल्डिंग को खतरनाक घोषित किया जा चुका है। बारिश के दौरान छतें टूटकर गिरती हैं और मल्टीपरपज हॉल में पानी भर जाता है, जिससे करंट का खतरा बना रहता है. शिक्षा मंत्री ने पीडब्ल्यूडी और शिक्षा निदेशक को एक सप्ताह में पुनर्निर्माण की कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए.

सर्वोदय कन्या विद्यालय, मंडावली नंबर-3 में 2023 में बना स्विमिंग पूल आज तक शुरू नहीं हो सका है. यहां घटिया निर्माण के चलते फ्लोर उखड़ गया है और पानी भरने से काई जमा हो चुकी है. निर्माण पर ढाई करोड़ से ज्यादा खर्च हुए थे. शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने इस पर विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं. शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने कुछ चुनिंदा स्कूलों को मॉडल बताकर प्रचार किया, जबकि हकीकत इससे अलग है. अब हम सभी सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने के लिए प्राथमिकता के आधार पर काम करेंगे.

सरकार ने शिक्षा के बजट को बढ़ाकर 19291 करोड़ किया है, ताकि बच्चों को मूलभूत सुविधाएं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके. शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि अब सिर्फ चार स्कूलों के निरीक्षण में ही जितनी खामियां मिली हैं, उन्हें सुधारने में समय लगेगा, लेकिन सरकार इसके लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.



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