Fashion

Delhi NCR fear in Badalpur Girls hostel Greater Noida College took action ANN


Delhi News: दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं का डर दूर करने के लिए बड़ा कदम उठाया है. सीसीटीवी कैमरे और पोल लाइट की संख्या बढ़ा दी गयी है. झाड़ियों को भी कटवा दिया गया है. बता दें कि बादलपुर में कुमारी मायावती गवर्नमेंट गर्ल्स पॉलिटेक्निक कॉलेज की छात्राओं के बीच दहशत फैल गयी थी. छात्राओं के हॉस्टल का दरवाजा कई दिनों से खटखटाया जा रहा था. दहशत के मारे 187 में से 172 छात्राएं हॉस्टल छोड़कर घर चली गयी थीं. छात्राओं का कहना था कि कोई आदमी कमरे के दरवाजे को पीट रहा है.

हॉस्टल में असुरक्षा का माहौल पैदा हो गया है. उन्होंने सुरक्षा को लेकर चिंता जतायी थी. कॉलेज के प्रिसिंपल ने घटना को उकसावा और डर फैलाना बताया. छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन से झाड़ियों की सफाई करवाने, सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़वाने और पोल लाइट लगवाने की मांग की. कॉलेज प्रशासन छात्राओं का डर दूर करने के लिए हरकत में आया.

लड़कियों के हॉस्टल छोड़ने पर एबीपी न्यूज ने प्रिंसिपल श्याम नारायण सिंह से बात की. श्याम नारायण सिंह सात वर्षों से प्रिंसिपल के पद पर हैं. उन्होंने कहा कि घटना उकसावे की वजह से हुई. घटना वाले दिन गॉर्ड नहीं थे. 187 में से मात्र 6 बच्चियां हॉस्टल में बची थीं. छात्राओं का डर खत्म करने की पूरी कोशिश की गयी है.

कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं का ऐसे दूर किया ‘डर’

अब लड़कियां घर से वापस आने लगी हैं. कुछ त्योहार बाद वापस आ जायेंगी. छात्राओं का डर दूर करने के लिए झाड़ियों की सफाई करवा दी गयी है. कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल के ठीक बगल वाली दीवाल पर फेंसिंग करवा दी है. 32 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. पोल लाइट में भी बढ़ोतरी की गयी है.

कॉलेज प्रशासन आगे भी बच्चियों की दहशत दूर करने का हर संभव प्रयास करेगा. घर से वापस लौटी छात्राओं ने बताया कि प्रथम वर्ष की लड़कियों ने जबरदस्ती डराया. इसलिए घर वापस लौट गए. अब माहौल सुरक्षित लग रहा है. प्रिसिपल ने बताया कि अब तक 172 में से 40- 50 लड़कियां वापस लौट आई हैं. लड़कियां अब सुरक्षित महसूस कर रही हैं.

ये भी पढ़ें-

’10 हजार बस मार्शल्स की नौकरियां छीन लीं’, CM आतिशी ने BJP को बताया ‘गरीब विरोधी’



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *