Delhi igi airport police busted fake passport syndicate foreign nationals arrested with agents ANN
Delhi Crime News: दिल्ली की आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने नकली पासपोर्ट गिरोह का भंडाफोड़ किया है. नकली पासपोर्ट के खिलाफ चलाए गए अभियान में विदेशी नागरिक और एजेंट गिरफ्तार हुए हैं. डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि फर्जी पासपोर्ट मामलों में 19 विदेशी नागरिक और 23 एजेंट पकड़े गये हैं. गिरफ्तार विदेशी नागरिकों में बांग्लादेश के 12, म्यांमार के 3, नेपाल के 3 और अफगानिस्तान के 1 शामिल हैं.
एजेंट में बांग्लादेश से 1, म्यांमार से 1, पश्चिम बंगाल से 9, दिल्ली से 4, महाराष्ट्र से 3, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब, ओडिशा और राजस्थान से 1-1 हैं. डीसीपी ने बताया कि फर्जी पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया में कई चरण शामिल हैं. सबसे पहले, एजेंट जाली जन्म प्रमाण-पत्र से भारतीय दस्तावेज़ बनाते हैं. दस्तावेजों के आधार पर नकली पासपोर्ट बनाये जाते हैं. नकली पासपोर्ट का इस्तेमाल कर विदेशी नागरिक भारत में प्रवेश करते हैं. डीसीपी ने बताया कि नकली पासपोर्ट गिरोह का भंडाफोड़ करने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने खास रणनीति अपनाई. इविस्तृत पूछताछ , अनुवर्ती जांच, डिजिटल और वित्तीय फॉरेंसिक दस्तावेज़ सत्यापन, जागरूकता कार्यक्रम और समर्पित टीमों का गठन शामिल है.
फर्जी पासपोर्ट गिरोह का पर्दाफाश
पुलिस के मुताबिक फरवरी 2024 में एक बांग्लादेशी नागरिक हांगकांग से लौटते समय आईजीआई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया. तलाशी लेने पर भारत का फर्जी पासपोर्ट बरामद हुआ. पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा हुआ. उसने बताया कि 2019 में भारत पहुंचा था. भारत में एंट्री त्रिपुरा से सीमा पार कर की थी. टीम ने उत्तरी भारत में बड़े पासपोर्ट घोटाले में एक भारतीय एजेंट की भूमिका सामने आयी. एजेंट फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र और दस्तावेज बनाकर विदेशी नागरिकों को अवैध पासपोर्ट प्राप्त करने में मदद करता था. आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने मार्च में पश्चिम बंगाल से नकली पासपोर्ट गिरोह के चार एजेंटों को गिरफ्तार किया गया.
एजेंट के पास से 21 नकली पासपोर्ट बरामद किए गए. मार्च में अफगानी नागरिक को फिनलैंड के माध्यम से फर्जी भारतीय पासपोर्ट का उपयोग इस्तेमाल करते हुए गिरफ्तार किया गया. जालसाज स्पेन के लिए उड़ान भरने की तैयारी कर रहा था. पुलिस ने दिल्ली के दो भारतीय एजेंट को गिरफ्तार कर लिया. अप्रैल में,दो नेपाली नागरिक बैंकॉक, थाईलैंड के माध्यम से जाली भारतीय पासपोर्ट का उपयोग करते हुए गिरफ्तार किये गये थे. नेपाली नागरिक कंबोडिया के लिए एक उड़ान की तैयारी कर रहे थे. पुलिस ने छापेमारी कर दिल्ली और राजस्थान से तीन एजेंट को फर्जीवाड़ा के आरोप में पकड़ा. मई में तीन म्यांमार नागरिकों को रूस से निर्वासित किए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया.
उन्होंने नकली भारतीय पासपोर्ट का उपयोग किया था. जांच में पता चला कि 2020 में भारत में एंट्री अगरतला बॉर्डर से हुई थी. गिरोह नकली आधार, मतदाता सूची और अन्य दस्तावेजों का इस्तेमाल कर अवैध पासपोर्ट प्राप्त कर रहा था. ऑपरेशन चलाकर म्यांमार का एजेंट और दो भारतीय एजेंट धर दबोचे गये. जून में आईजीआई हवाई अड्डा पुलिस ने तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया. बांग्लादेशी बैंकॉक, थाईलैंड के लिए उड़ान भरने की कोशिश कर रहे थे. तलाशी लेने पर फर्जी भारतीय पासपोर्ट बरामद हुए. पूछताछ के दौरान उन्होंने भारत में एंट्री का खुलासा किया. 2020 में बेनापोल बॉर्डर से भारत में प्रवेश किया था.
आगे नोएडा से एक बांग्लादेशी एजेंट की गिरफ्तारी की हुई. एजेंट बांग्लादेशी नागरिकों के लिए नकली दस्तावेज बनाने और अवैध पासपोर्ट प्राप्त करने में शामिल पाया गया था. जुलाई में आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने भारतीय पासपोर्ट बनाने में शामिल गिरोह का भंडाफोड़ किया. अगस्त में नेपाली महिला को हांगकांग से गिरफ्तार किया गया. महिला फर्जी पासपोर्ट पर भारत में प्रवेश करने का प्रयास कर रही थी. दिल्ली और राजस्थान के दो एजेंट भी पकड़े गये. सितंब में एक बांग्लादेशी नागरिक को आईजीआई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तारी इस्तांबुल से लौटने के दौरान हुई. पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी ने 2021 में जल मार्ग से भारत में एंट्री की थी. पश्चिम बंगाल से एजेंट को गिरफ्तार किया गया. अक्टूबर में दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया. दुबई की यात्रा के लिए नकली भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहे थे. पुलिस ने दो नकली पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज़ बरामद किए थे. नवंबर में एक बांग्लादेशी नागरिक को भारतीय पासपोर्ट पर रूस की यात्रा करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया.
ये भी पढ़ें-
दिल्ली में 1000 रुपये की योजना का कब से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन? CM आतिशी ने दिया अपडेट