Delhi High Power Committee Gives Clean Chit To IAS YVVJ Rajasekhar Reveals Big Conspiracy
Delhi News: दिल्ली सरकार के आईएएस अधिकारी वाईवीवीजे राजशेखर (Rajasekhar IAS Delhi के खिलाफ शिकायतों की जांच के लिए गठित एक उच्च स्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में उन्हें ‘क्लीन चिट’ दे दी है. यह आईएएस अधिकारी राजशेखर के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है. हाई पावर कमेटी ने उनके ऊपर लगे आरोपों को ‘बेबुनियाद’ और ‘मनगढ़ंत’ करार दिया था. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि निलंबित आईएएस अधिकारी उदित प्रकाश राय और उनकी पत्नी शिल्पी राय सहित कई लोगों ने अधिकारियों के समक्ष आधे दर्जन से अधिक शिकायतें दर्ज कराई थीं.
आईएएस अधिकारी उदित प्रकाश राय और उनकी पत्नी शिल्पी राय की अधिकांश शिकायतों में धमकी देने, परेशान करने, पद का दुरूपयोग करने और इस तरह के अन्य कृत्यों में शामिल रहने का आरोप लगाया गया है. उन्होंने कहा कि सेवाएं एवं गृह विभाग के प्रधान सचिव और सतर्कता निदेशालय के सचिव की सदस्यता वाली तीन सदस्यीय समिति का गठन सितंबर में किया गया था. राजशेखर वर्तमान में विशेष सचिव (सतर्कता और राजस्व) के रूप में कार्यरत हैं. उनके के खिलाफ शिकायतों की जांच के लिए सितंबर में सेवा और गृह विभागों के प्रमुख सचिवों और सतर्कता निदेशालय के सचिव की तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था.
राजशेखर के खिलाफ आरोप मनगढ़ंत
जांच के बाद उच्च स्तरीय समिति ने बताया कि इसे वर्तमान में विशेष सचिव (सतर्कता एवं राजस्व) के रूप में पदस्थ राजशेखर के खिलाफ शिकायतों की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई थी. समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘‘ आईएएस राजशेखर के खिलाफ शिकायतों में लगाये गए आरोप बेबुनियाद, मनगढ़ंत और काल्पनिक हैं. ये उनपर पर एक योजना के तहत कीचड़ उछालने की सोच से प्रेरित लगता है.
इन वजहों से विवादों में रहे राजशेखर
उदित प्रकाश राय और उनकी पत्नी के अलावा एवी प्रेमनाथ ने भी राजशेखर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. प्रेमनाथ को गृह मंत्रालय ने अब सेवानिवृत्त कर दिया है. बता दें कि दिल्ली सरकार में विशेष सतर्कता अधिकारी के रूप में कार्यरत और आईएएस अधिकारी राजशेखर का रिश्ता अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ अच्छा नहीं रहा. सीएम आवास विवाद, स्कूलों में कमरों के निर्माण, आबकारी घोटाला, सहित कई मामलों में उन्होंने अनियमितता का खुलासा किया था. उनकी इस कार्रवाई से दिल्ली सरकार के लिए आज भी सिरदर्द साबित हो रही हैं. वर्तमान में राजशेखर की तैयार रिपोर्ट पर जांच अब भी जारी है.