Delhi Cm Arvind Kejriwal Meet To Kanav Suffering From Genetic Disease ANN
Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेनेटिक स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी (एसएमए) से ग्रसित कनव से मिलने के लिए नजफगढ़ के नंगली सकरावती स्थित उनके घर पहुंचे और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली.
इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘कनव डेढ़ साल का बच्चा है. कनव जब पैदा हुआ था तो उनको एक जेनेटिक बीमारी थी. इस वजह से कनव के पैरों में बिल्कुल जान नहीं थी. उसके पैर काम नहीं कर रहे थे, वो खड़ा नहीं हो सकता था. यह बीमारी धीरे-धीरे पैरों से ऊपर शरीर में जाने लगी और कनव को बैठने में दिक्कत होने लगी. कनव के माता-पिता ने बहुत सारे टेस्ट करवाए. टेस्ट से पता चला कि कनव को आनुवंशिक बीमारी है. अगर 24 महीने के अंदर इस बीमारी का इलाज नहीं कराया गया तो ये बीमारी धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाएगी और फेफड़े भी काम करना बंद कर देंगे. इससे जान का खतरा हो सकता है.’
क्या कहा सीएम केजरीवाल ने?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कनव के माता-पिता ने इस बीमारी के इलाज के बारे में पता किया. उन्हें पता चला कि इस बीमारी का एक ही इंजेक्शन है, जिसकी कीमत 17.5 करोड़ रुपये है, जो अमेरिका से आएगा. सीएम को अनुसार भारत में इस बीमारी के अभी तक 9 मामले सामने आए हैं, वहीं दिल्ली में यह पहला मामला है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘कनव के माता-पिता मध्यम वर्गीय परिवार से हैं. इनके लिए 17.5 करोड़ रुपये का इंतजाम करना आसान नहीं था. इस पैसे के इंतजाम के लिए कनव के माता-पिता ने पंजाब से हमारे राज्यसभा सदस्य संजीव अरोड़ा से संपर्क किया. सांसद संजीव अरोड़ा कई सारे चैरिटेबल कार्य करते हैं. इनकी कई सारी एनजीओ भी हैं. एनजीओ के जरिए संजीव अरोड़ा लोगों की मदद करते हैं. संजीव अरोड़ा ने लोगों से अपील कर कहा कि कनव को बचाने के लिए डोनेशन दीजिए. संजीव अरोड़ा की अपील पर बहुत सारे लोगों ने डोनेशन दिया. इस देश में अच्छे दिल वालों, दानवीरों की कमी नहीं है. लिहाजा, कनव की मदद करने के लिए बहुत सारे लोग सामने आए.’
इंजेक्शन के खर्च के लिए लोगों ने की मदद
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘कुछ लोगों ने संजीव अरोड़ा से ये प्रश्न भी किया कि एक बच्चे के लिए इतना पैसा कैसे खर्च कर सकते हैं? इस पर संजीव अरोड़ा ने जवाब दिया कि आपके लिए यह एक बच्चा हो सकता है, लेकिन कनव के माता-पिता के लिए वो एक बेशकीमती बच्चा है. कनव को बहुत सारे लोगों से मदद मिली. बहुत सारे सेलिब्रिटीज और कई पार्टियों के नेताओं ने भी कनव की मदद की. पंजाब केसरी अखबार ने बड़ी छूट पर पूरे पेज का विज्ञापन प्रकाशित किया, ताकि लोग मदद के लिए आगे आ सकें. कनव को मदद करने वाले सभी लोगों का हम शुक्रिया करना चाहते हैं.
10.50 करोड़ में उपलब्ध हो गया इंजेक्शन
अरविंद केजरीवाल ने बताया, ‘विभिन्न लोगों से मिले डोनेशन से कनव के माता-पिता के पास 10.50 करोड़ रुपये इकट्ठा हुए. इसके बाद इन्होंने इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी को फोन किया और 10.50 करोड रुपये में इंजेक्शन देने की अपील की. कंपनी वालों ने भी सहयोग किया और उन्होंने 10.50 करोड रुपये में वो इंजेक्शन दे दिया. हम कंपनी का भी शुक्रिया करना चाहते हैं. केंद्र सरकार ने इंजेक्शन पर से आयात शुल्क हटा दिया था. हम केंद्र सरकार का भी शुक्रिया करते हैं.’ सीएम अरविंद केजरीवाल के अनुसार इंजेक्शन लगने के बाद कनव के स्वास्थ्य में सुधार है. पहले कनव के हाथ काम नहीं कर रहे थे, लेकिन अब हाथ काम करने लगे हैं. उसके पैरों में भी सुधार आने लगा है.
कनव (18 माह) जेनेटिक स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी (एसएमए) बीमारी से ग्रसित है, जिसको जोलगेनेस्मा इंजेक्शन के लिए 17.50 करोड़ रुपये चाहिए थे. एसएमए की बीमारी शरीर में एसएमएन-1 जीन की कमी से होती है. इसके लिए आम आदमी पार्टी और पंजाब से राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा ने काफी सहयोग किया, जिसके बाद बच्चे को ये इंजेक्शन लग पाया और ये बच्चा आज काफी स्वास्थ्य है. मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद बच्चे का हाल जानने के लिए बीमार बच्चे के घर नजफगढ़ पहुंचकर मुलाकात की.
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