Delhi Board of School Education ने पहली बार जारी किया 10वीं-12वीं का रिजल्ट, जानें इस बोर्ड के बारे में – what is Delhi Board of School Education released 10th 12th board exam result tedu
दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस दिल्ली सरकार के ‘दिल्ली शिक्षा बोर्ड'(Delhi Board of School Education) का पहला 10वी और 12वी का रिजल्ट जारी किया. आतिशी ने कहा कि आज भारत की शिक्षा व्यवस्था के लिए बहुत बड़ा दिन है. देश की शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन के लिए यह एक लैंड मार्क है. दुनिया के विकसित देशों अमेरिका, यूके, कनाडा और फ्रांस ने गरीब और अमीर के बच्चों को वर्ल्ड क्लास एजुकेशन मुहैया कराया है.
दिल्ली सरकार का शिक्षा बजट सबसे बड़ा होता है, बजट का 25% शिक्षा पर खर्च किया जाता है. इस बजट की वजह से पिछले 8 सालों में स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर, टीचर्स ट्रेनिंग और टेक्स्ट बुक की क्वालिटी में बड़ा बदलाव हुआ है. पिछले 3 साल में लाखों बच्चों ने प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूल में एडमिशन लिया है.
प्राइवेट से बेहतर दिल्ली के सरकारी स्कूलों का रिजल्ट
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने दावा किया कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों का 12वी का सीबीएसई रिजल्ट पिछले 5 सालों में प्राइवेट स्कूलों से बेहतर आया है. 2018 से 2023 तक दिल्ली के सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 90% से ज्यादा रहा है. इस साल भी दिल्ली के सरकारी स्कूल का 12वीं का सीबीएसई का रिजल्ट सीबीएसई की नेशनल एवरेज से अधिक और देशभर के प्राइवेट स्कूलों से बेहतर है. सीबीएसई में देशभर के प्राइवेट स्कूलों का रिजल्ट 87.95% है जबकि दिल्ली सरकार के स्कूल का रिजल्ट 91.59% है.
आगे शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि भारतीय शिक्षा सिस्टम में रट्टा मारने पर ज्यादा फोकस होता है. इस सिस्टम एग्जाम देने का मतलब है कि जिसने ज्यादा अच्छा रट्टा मारा है उसके ज़्यादा नंबर आते हैं. इसलिए देश भर में हाई क्वालिटी एजुकेशन इंस्टिट्यूट एग्जाम अलग से लेते हैं.
साल 2021 में Delhi Board of School Education की शुरुआत हुई थीं. तब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वर्ल्ड के सबसे फेमस बोर्ड International Baccalaureate(IB) के साथ MOU साइन किया था. MOU के आधार पर Delhi Board of School Education का Curriculum और एग्जामिनेशन सिस्टम बनाया गया है.
शुरुआत में दिल्ली सरकार के 20 School of Specialized Excellence(SOCE) को दिल्ली शिक्षा बोर्ड से अफिलेटेड किया गया है. आने वाले साल में 50 दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत 50 सरकारी स्कूल अफिलेटेड हो जाएंगे. इसके अलावा प्राइवेट स्कूल के अफिलेशन के लिए दिल्ली शिक्षा बोर्ड को ओपन किया जाएगा.
इस साल दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत 10वी कक्षा में सीनियर सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन के लिए 1594 स्टूडेंट्स ने पढ़ाई की, वहीं 12वी के लिए 672 बच्चों ने पढ़ाई की.
दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत 10वीं कक्षा के स्टूडेंट्स के सब्जेक्ट
1. इंग्लिश, 2. हिंदी, 3. गणित, 4. साइंस, 5. सोशल साइंस, और 6. Entrepreneur Mindset & Digital Design. 7. World of Work, 8. System & Societies, 9. Advanced Technology, 10. Design & Commerce, 11. Advanced Maths & Science, 12. Media Creative Writing & Expression.
वहीं, दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत 12वी कक्षा में एक स्ट्रीम में एग्जाम हुआ है. इसमें STEM यानि साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजिनियरिंग और मैथ्स शामिल है.
दिल्ली शिक्षा बोर्ड किस तरह अलग
दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी ने बताया कि बाकी शिक्षा बोर्ड से दिल्ली शिक्षा बोर्ड किस तरह अलग है और एग्जाम का क्राइटेरिया क्या है:
1. बाकी बोर्ड एग्जाम साल में एक बार होते हैं और 3 घंटे के एग्जाम के आधार पर बच्चे का भविष्य तय किया जाता है. यदि कोई बच्चा बीमार हो जाए या किसी वजह से एग्जाम ना दे पाए तो उसका भविष्य या 1 साल खराब हो जाता है. जबकि दिल्ली शिक्षा बोर्ड में दो टर्म(सेमेस्टर) में एग्जाम होते हैं. और रिजल्ट साल के अंत में घोषित किया जाता है. साथ ही, स्टूडेंट के साल भर के काम और उनके प्रोजेक्ट वर्क के आधार को भी दिल्ली शिक्षा बोर्ड में शामिल किया जाता है.
2. दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत बच्चे रट्टा मार कर एग्जाम नहीं देते हैं. हर सब्जेक्ट का अलग-अलग क्राइटेरिया बनाया जाता है. जैसे गणित में सिलेबस के आधार पर एसेसमेंट नहीं किया जाता है. बल्कि क्राइटेरिया के आधार पर एसेसमेंट होता है. मैथ्स में क्राइटेरिया है, 1. Knowing and Understanding, 2. Investigating Pattern, 3. Applying mathematics in Real World. साथ ही सोशल साइंस में 4 क्राइटेरिया हैं, 1. Knowing and Investigating, 2. Investigating, 3. Cimmunicating, 4. Thinking Criticality.
3. दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत मिलने वाला रिपोर्ट कार्ड ग्रेड प्वाइंट एवरेज पर आधारित होगा. इसमें 8 लेवल होंगे. जबकि क्वालीफाइंग ग्रेड पॉइंट एवरेज 3 है. इस साल की रिजल्ट में स्टूडेंट्स को 6 & 7 ग्रेड पॉइंट एवरेज मिले हैं.
Result of Delhi Board of School Education, 10th Class
1582 स्टूडेंट्स ने दोनों टर्म के एग्जाम दिए. 776 स्टूडेंट्स को 6 & 7 ग्रेड प्राप्त हुआ है. 8 स्टूडेंट्स क्वालीफाइंग ग्रेड पॉइंट एवरेज तक नहीं पहुंच पाए. ऐसे स्टूडेंट्स के लिए 1 महीने के भीतर सपलिमेंट्री एग्जाम होगा.
टॉपर्स –
1. STEM स्टूडेंट अंश बंसल SOSE शालीमार बाग में पढ़ते हैं. उन्हें ग्रेड 7 मिला है. जो 97.2% है.
2. Humanities स्टूडेंट आँचल तंवर SOSE सेक्टर 22 द्वारका में पढ़ती हैं. इन्हें ग्रेड 6 मिला है. जो 92.62% है.
3. Performing & Visual Arts स्टूडेंट शरगुण शर्मा SOSE सेक्टर 19 द्वारका में पढ़ती हैं. इन्हें ग्रेड 6 मिला है. जो 89.5% है.
4. Highend 21st Century Skills स्टूडेंट ख़ुशी चौधरी SOSE सेक्टर 11 रोहणी में पढ़ती हैं. इन्हें ग्रेड 6 मिला है. जो 93.62% है.
Result of Delhi Board of School Education, 12th Class :
668 स्टूडेंट्स ने 2 टर्म एग्जाम दिए. 299 स्टूडेंट्स ने हाई ग्रेड प्राप्त किया है. 5 स्टूडेंट्स क्वालीफाइंग ग्रेड पॉइंट एवरेज तक नहीं पहुंच पाए. ऐसे स्टूडेंट्स के लिए 1 महीने के भीतर सपलिमेंट्री एग्जाम होगा. दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत 12वी क्लास में एक ही STEM स्ट्रीम है.
टॉपर्स :
1. प्रथम हैं, मोहम्मद फरहान जो SOSE कालकाजी में पढ़ाई करते हैं. इन्हें ग्रेड 7 मिला है. जो 97% है.
2. दूसरे स्थान पर हैं, श्याम कुमार SOSE खिचड़ीपुर में पढ़ाई करते हैं. उज्ज्वल प्रताप और शिम्पी SOSE सेक्टर 23 रोहिणी में पढ़ते हैं. इन्हें भी ग्रेड 7 मिला है.
रिजल्ट घोषित करते हुए दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली शिक्षा बोर्ड ने रिजल्ट को कॉन्फिडेंशियल रखने में अहम भूमिका निभाई है. रिजल्ट सबसे पहले वेबसाइट पर जारी किया गया. हमें उम्मीद है कि दिल्ली और देश भर के ज्यादा से ज्यादा सरकारी और प्राइवेट स्कूल, दिल्ली शिक्षा बोर्ड से जुड़ेंगे. आतिशी ने बताया कि धीरे-धीरे दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कराई जाएगी.