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Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है. पार्टी ने 48 सीटों पर जीत हासिल की है. दिल्ली में हुई आम आदमी पार्टी की हार पर अब उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच दरार का फायदा बीजेपी ने उठाया है. इस दरार की वजह से बीजेपी को भारी जीत मिली है.

शिवसेना (यूबीटी) पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में पूछा गया कि विपक्षी गठबंधन की जरूरत क्यों है, जब उनके घटक दल बीजेपी के खिलाफ लड़ने के बजाय एक-दूसरे के साथ ही लड़ते रहते है.

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर साधा निशाना 

‘सामना’ के संपादकीय में लिखा गया, “दिल्ली में आप और कांग्रेस दोनों ने एक-दूसरे का नुकसान करने के लिए लड़ाई लड़ी, जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लिए चीजें आसान हो गईं. अगर यह जारी रहा तो गठबंधन क्यों करें? बस अपने दिल की इच्छा के अनुसार लड़ो!” दिल्ली चुनाव के प्रचार के दौरान आप और कांग्रेस दोनों ने एक-दूसरे पर कई हमले किए थे.

निरंकुश शासन को मिलेगी मजबूती

‘सामना’ के संपादकीय में दावा किया गया कि यदि विपक्षी दल दिल्ली चुनाव परिणामों से सीख लेने में विफल रहे, तो इससे मोदी और शाह के अधीन निरंकुश शासन को ही मजबूती मिलेगी. इससे पहले जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने के बाद मिली हार के लिए कांग्रेस और आप पर कटाक्ष किया था. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था, “और लड़ो आपस में!!! (एक-दूसरे से लड़ते रहो).”

‘गठबंधन की भी जरूरत नहीं’

संपादकीय में आगे कहा गया है कि महाराष्ट्र और दिल्ली में विपक्षी दलों के बीच फूट से सीधे तौर पर बीजेपी को मदद मिली. शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र में व्यंग्यात्मक लहजे में कहा गया है, “अगर हालात ऐसे ही रहे तो गठबंधन बनाने की कोई जरूरत नहीं है. आपस में ही लड़ते रहो! अगर दिल्ली विधानसभा चुनाव से कोई सबक नहीं सीखेगा तो ऐसे लोग तानाशाही को सत्ता हासिल करने में मदद करने का श्रेय कमा सकते हैं. ऐसा नेक काम करने के लिए गंगा नदी में डुबकी लगाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी.”



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