Delhi Assembly Election Result 2025 Robert Vadra Arvind Kejriwal AAP Congress BJP | Delhi Assembly Election Result 2025: दिल्ली में कांग्रेस की वापसी! केजरीवाल की हार पर रॉबर्ट वाड्रा का तंज, कहा
Delhi Assembly Election Result 2025: दिल्ली चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों ने देखा कि केजरीवाल ने अपने किए हुए वादे पूरे नहीं किए और जनता को निराश किया. वाड्रा के अनुसार साल 2012-13 में केजरीवाल ने उनके नाम का इस्तेमाल करके एक आंदोलन खड़ा किया, लेकिन सत्ता में आने के बाद अपनी बुनियाद ही भूल गए.
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि केजरीवाल ने सिर्फ इसलिए उन पर झूठे आरोप लगाए, क्योंकि वह गांधी परिवार से जुड़े हैं. उनका मानना है कि केजरीवाल को लगा कि उनके नाम का इस्तेमाल कर वह अपनी राजनीतिक पहचान मजबूत कर सकते हैं. वाड्रा ने दावा किया कि केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस में A4 साइज के कागज दिखाते थे, लेकिन कभी कोई ठोस सबूत नहीं पेश कर पाए और ना कोई वादे पूरे किए. उनका कहना है कि केजरीवाल को बस इतना पता था कि गांधी परिवार के किसी सदस्य को निशाना बनाकर वह सुर्खियां बटोर सकते हैं.
#WATCH | Delhi: On Congress’ performance in Delhi elections, businessman Robert Vadra says, “… You have to see the vote percentage. There are many places where Congress is on the second number… There is a drastic change on the ground. The AAP lost because the voters turned to… pic.twitter.com/PDFPt02T9m
— ANI (@ANI) February 8, 2025
क्या AAP की हार से कांग्रेस को मिल सकता है फायदा?
दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी की खराब प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए वाड्रा ने कहा कि पार्टी सिर्फ 20 सीटों तक सिमट गई है. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के लोग अब शीला दीक्षित के कार्यकाल को याद कर रहे हैं और कांग्रेस के प्रति दोबारा विश्वास जता रहे हैं. वाड्रा का कहना है कि कांग्रेस का प्रदर्शन इस बार पहले से बेहतर रहा जो पार्टी के लिए एक पॉजिटिव संकेत है.
AAP और कांग्रेस की आगामी राजनीति पर सवाल
दिल्ली चुनाव के नतीजे बताते हैं कि अरविंद केजरीवाल की स्थिति पहले जैसी मजबूत नहीं रही. वाड्रा के बयान इस ओर इशारा करते हैं कि जनता अब नए विकल्प तलाश रही है. ये देखना दिलचस्प होगा कि आगे की राजनीति में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की रणनीति क्या होगी और क्या कांग्रेस इस चुनावी लहर को आगामी चुनावों में भुना पाएगी.