Conversion Racket Busted In Ghaziabad, Police Arrested Three People – गाजियाबाद में धर्मांतरण रैकेट का भांडाफोड़, पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया
गिरफ्तार आरोपियों में से राहिल 2017 तक राहुल अग्रवाल था, लेकिन मोहम्मद अब्दुल्ला के संपर्क में आने के बाद 2017 में वह मोहम्मद राहिल बन गया. खास बात यह है कि मोहम्मद अब्दुल्ला 2014 तक सौरभ खुराना था. उसने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने के दौरान इस्लाम कबूल किया था. जबकि मुशीर सैफी ट्यूशन पढ़ाता है और इसका काम ऐसे छात्रों की पहचान करना है जो अपने परिवार से थोड़ा कटे रहते हैं और धर्म में बहुत ज्यादा विश्वास नहीं करते हैं.
पुलिस के मुताबिक जब कोई हिंदू इस्लाम कबूल करता तो उसे पोस्टर बॉय के रूप में दूसरे छात्रों के सामने पेश किया जाता है और कहा जाता कि देखिए लड़के ने इस्लाम कबूल किया और उस पोस्टर के जरिए दूसरे छात्रों को इस्लाम की तरफ बढ़ने के लिए कहा जाता.
25 साल की युवती के पिता की शिकायत पर पुलिस ने की जांच
इस रैकेट के बारे में पुलिस को तब पता लगा जब गाजियाबाद के खोड़ा थाने में 25 साल की युवती के पिता ने शिकायत दी कि उनकी लड़की पिछले कुछ समय से अजीब व्यवहार कर रही है. उसकी गतिविधियां बेहद संदिग्ध लग रही हैं. वह घर के अंदर हिजाब पहनना शुरू कर चुकी है, नमाज पढ़ रही है और घर के लोगों से इस्लाम अपनाने को कहती है. इतना ही नहीं उसने कहा कि वह इस्लाम कबूल कर चुकी है और परिवार को भी इस्लाम कबूल कर लेना चाहिए.
परिवार की शिकायत पर गाजियाबाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी. पुलिस ने जब लड़की के मोबाइल की जांच की तो पता लगा कि लड़की ने 6 अप्रैल को राहिल नाम के लड़के के साथ निकाह कर लिया था. लड़की नोएडा के कॉल सेंटर में काम करती थी और जानकारी के मुताबिक राहिल भी वहीं पर काम करता था. पूछताछ में परिवार वालों ने पुलिस को यह भी बताया कि लड़का शुरू में लड़की से राहुल अग्रवाल नाम से मिला था, इसलिए पुलिस ने जांच की तो पता लगा कि मोहम्मद राहिल का नाम राहुल अग्रवाल था और 2017 में वह राहिल बन गया.
इसके बाद पुलिस ने खोड़ा थाने में धारा 3/5(1) के तहत एफआईआर दर्ज की. यह धारा धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनयम की है. इसके बाद पुलिस ने राहुल उर्फ राहिल को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने इस्लाम 2017 में मोहम्मद अब्दुल्ला उर्फ सौरभ खुराना से मिलने के बाद अपनाया था. अब्दुल्ला ने अलीगढ़ से बीडीएस की पढ़ाई की है. वह देवबंद से आलिम की तालीम भी ले रहा था. जब पुलिस ने मोहम्मद अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया तो उसने पूछताछ में बताया कि 2014 में इसने अलीगढ़ में बीडीएस पढ़ने के दौरान इस्लाम कबूल किया था.
पुलिस के मुताबिक इस्लाम कबूल करने के बाद मोहम्मद अब्दुल्ला ने दूसरे छात्रों को टारगेट करना शुरू किया और उन्हें इस्लाम की अच्छाइयां और उनके धर्म की कमियां गिनानी शुरू कर दीं. राहुल जब राहिल बन गया तब अब्दुल्ला उसे आगे दूसरे लड़के लड़कियों को टारगेट करने के लिए कहने लगा. अब्दुल्ला न सिर्फ गाइड करता था बल्कि उन पर नजर भी रखता था. मोहम्मद अब्दुल्ला ने अपनी साली की शादी जनवरी 2023 में राहुल उर्फ राहिल से करा दी.
राहिल ने राहुल बनकर लड़की से दोस्ती की
जिस लड़की की शिकायत पर यह मामला पूरी तरह से सामने आया उस लड़की के संपर्क में राहिल मार्च 2022 में आया. राहुल बनकर राहिल ने लड़की से दोस्ती की फिर दोस्ती जब बढ़ गई तब उसने बताया कि उसका नाम अब राहिल हो चुका है. लेकिन इसके पहले राहुल अब्दुल्ला के कहने पर लड़की को इस्लाम के फायदे इस हद तक गिना चुका था कि लड़की ने न सिर्फ इस्लाम कबूल कर लिया बल्कि वह अपने घर वालों से कहने लगी थी कि इस दुनिया से बेहतर जन्नत है.
पुलिस के मुताबिक किसी का भी धर्म परिवर्तन करने के लिए आरोपी इन पांच चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ते थे –
1. सबसे पता करना कि कौन अपने परिवार से कटा हुआ है और इमोशनली कमजोर है.
2. इसके बाद आरोपी उन छात्रों या युवकों के करीब आते और इमोशनली मदद करते.
3. छात्रों के धर्म की कमियां गिनाते.
4. इस्लाम के फायदे गिनाते.
5. इस्लाम कबूल करवाते
अब तक की जांच में कुल सात धर्म परिवर्तन के मामले सामने आए हैं. इसके अलावा काम से कम चार लोग टारगेट पर थे जो इस्लाम कबूल करने की तरफ कदम बढ़ा रहे थे. अभी पुलिस पता लगा रही है कि इस नेटवर्क को कौन पीछे से फंड कर रहा था और कैसे इस रैकेट को चलाया जा रहा था.
धोखा देकर मोबाइल फोन के जरिए निकाह
राहिल ने अपनी दोस्त युवती से जनवरी में हुए अपने निकाह की बात छिपाई थी. और उस पर दबाव डाल रहा था कि अगर उसने जल्द इस्लाम कबूल नहीं किया तो घरवाले उसका निकाह कहीं और करा देंगे और उसके हाथ से इतना बढ़िया लड़का निकल जाएगा. शायद इसी दबाव का नतीजा था कि लड़की ने 6 अप्रैल को मोबाइल फोन के जरिए ही राहिल के साथ निकाह कर लिया. निकाह भी बड़े अजीबोगरीब तरीके से किया गया. राहिल एक मौलवी और एक गवाह के साथ दिल्ली के महरौली की एक मस्जिद में बैठा था वीडियो कॉल पर लड़की अपने घर से जुड़ी और दोनों का निकाह हो गया था.
पुलिस ने इन सबके मोबाइल फोनों से लंबे चौड़े चैट बरामद किए हैं. इन चैट के जरिए पुलिस इस पूरे मामले के खुलासे में जुटी हुई है. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर इन सब के पीछे कौन है. पूछताछ में यह पता लगा है कि कर्नाटक और नेपाल से लोग आते थे जो उन्हें सहयोग करते थे. वे कौन हैं और किस तरीके से सहयोग करते थे, क्या फंडिंग करते थे या फिर कुछ और.. इसकी जांच फिलहाल गाजियाबाद पुलिस कर रही है.
जो चैट सामने आए हैं उससे पुलिस को पता लगा है कि किस तरीके से इस्लाम कबूल करने के लिए गुमराह किया जा रहा था या दबाव बनाया जा रहा था. जाकिर नायक का वीडियो दिखाने की बात सामने आई है.
इस दुनिया में कुछ नहीं जन्नत जाना है…
चैट में लिखा हुआ है कि, इस दुनिया में कुछ नहीं जन्नत जाना है. दरअसल यही वह लाइन है जिसकी वजह से परिवार वालों को लगा कि कहीं उसकी बेटी मानवबम बनने की तरफ तो कदम नहीं उठा रही थी. हालांकि पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है.
मोहम्मद मुशीर सैफ, मोहम्मद अब्दुल्ला की मदद किया करता था. संगम विहार दिल्ली का रहने वाला 30 साल का मुशीर मस्जिद में ट्यूशन पढ़ाकर संपर्क में आए लड़कों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण के लिए तैयार करता था. पुलिस के मुताबिक यह लोग पहले धर्मांतरण से पूर्व हिंदू नाम बता कर दोस्ती एवं नजदीकी बढ़ाते थे फिर भावनात्मक दबाव बनाकर लड़की पर हिंदू धर्म से इस्लाम धर्म में धर्मांतरण करने का दबाव बनाते.
राहिल के मोबाइल फोन से लड़की के कई आपत्तिजनक वीडियो भी मिले हैं. अब पुलिस को शक है कि वीडियो का इस्तेमाल भी ब्लैक मेलिंग के लिए किया जा रहा था.