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Congress MP Shashi Tharoor talked with EY Worker Anna Sebastian father also gave advice  | ओवरवर्क के चलते हार्ट अटैक से हुई एंप्लॉय की मौत, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने की पिता से मुलाकात; कहा


EY Worker Died: पुणे में केरल की 26 साल की चार्टेड अकाउंटेंट एना सेबेस्टियन की मौत ऑफिस में काम के प्रेशर के चलते हार्ट अटैक से हो गई थी. वो बीते 4 महीने से पुणे के अर्न्स्ट एंड यंग के ऑफिस में काम कर रही थी. एना की मौत के बाद ऑफिस आवर्स को लेकर बहस छिड़ गई है. इस मामले में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सुझाव दिया है कि एक हफ्ते में काम सिर्फ 40 घंटे होना चाहिए. 

मृतक एन्ना की मां अनीता ऑगस्टाइन ने EY के अध्यक्ष राजीव मेमानी को चिट्ठी लिखी थी और कंपनी में वर्किंग आवर्स को लेकर सवाल भी उठाए थे. इसके बाद शशि थरूर ने मृतक के पिता सीबी जोसेफ से बात की और कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में जरूर उठाएंगे. मृतक एना जिस कंपनी में काम कर रही थी उस कंपनी का कहना है कि वह इस घटना से दुखी है और परिवार के संपर्क में है. 

एना के पिता ने दिया सुझाव

तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि एना की मौत हार्ट अटैक से हुई है. यह हार्ट अटैक बड़ी ऑडिट फॉर्म में लगातार  4 महीने, 7 दिन और 14 घंटे काम करने के बाद आया. थरूर ने कहा कि उन्होंने एना के पिता से इस बारे में बातचीत की. मृतक एना के पिता ने यह सुझाव दिया है कि किसी भी वर्कप्लेस के लिए एक निश्चित कैलेंडर बनाया जाए, जो एक दिन में मात्र 8 घंटे काम कराए और हफ्ते में मात्र 5 दिन. कार्यस्थल पर अमानवीयता को समाप्त करने के लिए कानून बनाया जाना चाहिए, जिसमें अपराधियों के लिए कठोर दंड और जुर्माना लगाया जाना चाहिए. मानवाधिकार कार्यस्थल तक ही सीमित नहीं हैं! उन्होंने यह भी कहा कि वह संसद के अगले सत्र में इस मुद्दे को जरूर उठाएंगे. 

रात-रात तक काम करती थी एना

मृतक के पिता ने कहा कि उन्होंने इस सप्ताह मीडिया वालों से बात की और उन्हें यह भी बताया कि उनकी बेटी रात में 12:30 बजे तक काम करती रहती थी. हमने उसे नौकरी छोड़ने की भी सलाह दी थी, लेकिन उसने कहा था कि उसे काम से एक्सपीरियंस मिलेगा. मृतका के पिता ने यह भी कहा कि कंपनी के सीनियर के सामने काम के प्रेशर का मुद्दा भी उठाया गया था, लेकिन उन्होंने इसको लेकर कोई कार्यवाही नहीं की. एना ने मैनेजर से शिकायत की थी, लेकिन इसके बावजूद भी उसे रात में काम करना पड़ता था. 

मां के लेटर वायरल होने के बाद कंपनी ने दी प्रतिक्रिया

वहीं मृतका के परिवार का यह कहना है कि कंपनी ने प्रतिक्रिया तब दी जब एना की मां का लेटर वायरल हुआ. वहीं पिता का कहना है कि वह इस मामले में कानूनी कार्रवाई करना चाहते हैं क्योंकि वह नहीं चाहते कि किसी और को इस तरह की परिस्थितियां झेलनी पड़े. यही नहीं अनीता (एना की मां) ने अपने लेटर में यह भी कहा था उनकी बेटी के अंतिम संस्कार में कंपनी से कोई भी शामिल नहीं हुआ, जो कि परिवार के लिए बेहद आहत करने वाली बात है. उनका कहना है कि यह मुद्दा बढ़ता गया तब जाकर कंपनी ने बीते बुधवार को बयान जारी करके कहा कि वह एना सेबेस्टियन के निधन से बहुत दुखी है.

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