congress convention will be happen in gujarat after 64 years before bihar assembly election
Congress Party Convention in Gujarat : कांग्रेस गुजरात में आयोजित होने जा रहे अधिवेशन में संगठन बनाने और जवाबदेही पर जोर देने के साथ ही अपने सामने खड़ी चुनौतियों से निपटने और अपनी चुनावी किस्मत संवारने की रूपरेखा तय करने वाली है. कांग्रेस पार्टी का यह अधिवेशन गुजरात में 64 सालों के बाद हो रहा है. यह अधिवेशन बुधवार (9 अप्रैल) को होगा और एक दिन पहले मंगलवार (8 अप्रैल) को विस्तारित कार्य समिति की बैठक होगी. इस बैठक में अधिवेशन के एजेंडे पर मुहर लगाई जाएगी.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस अधिवेशन के जरिए कांग्रेस जिला कांग्रेस कमेटियों (DCC) की शक्तियां बढ़ाने, संगठन सृजन के कार्य को तेज करने, चुनावी तैयारियों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय किया जाएगा. इस अधिवेशन में पार्टी के शीर्ष नेता, कार्य समिति के सदस्य, वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य शामिल होंगे.
गुजरात में यह कांग्रेस पार्टी का छठा अधिवेशन- जयराम रमेश
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “पार्टी के 140 साल के इतिहास में यह गुजरात में कांग्रेस का छठवां अधिवेशन है.” उन्होंने बताया, “गुजरात में कांग्रेस पार्टी की पहली ऐसी बैठक अहमदाबाद जिले में 23-26 दिसंबर, 1902 के बीच सुरेंद्र नाथ बनर्जी की अध्यक्षता में हुई थी और दूसरी बैठक गुजरात के सूरत जिले में में 26-27 दिसंबर 1907 को रास बिहारी घोष की अध्यक्षता में हुई थी. उसके बाद गुजरात में पार्टी का तीसरा अधिवेशन 27-28 दिसंबर, 1921 को हकीम अजमल खान की अध्यक्षता में हुआ था.”
जयराम ने कहा, “कांग्रेस पार्टी का चौथा अधिवेशन गुजरात के हरिपुरा में 19-21 फरवरी, 1938 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की अध्यक्षता में हुआ था. कांग्रेस की पांचवीं ऐसी बैठक गुजरात के भावनगर जिले में 6-7 जनवरी, 1961 को नीलम संजीव रेड्डी की अध्यक्षता में हुई थी.”
कांग्रेस महासचिव ने कहा, “गुजरात में अब छठी बार कांग्रेस की ऐसी बैठक 8 और 9 अप्रैल, 2025 को अहमदाबाद में मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हो रही है.” रमेश ने कहा, ‘विस्तारित कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक मंगलवार (8 अप्रैल) को सरदार पटेल मेमोरियल सभागार में होगी और उसके अगले दिन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की बैठक साबरमती आश्रम और कोचरब आश्रम के बीच साबरमती के तट पर होगी.’
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले हो रहा पार्टी का अधिवेशन
पार्टी का यह अधिवेशन ऐसे समय होने जा रहा है जब 2024 के लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली के विधानसभा चुनावों में हार से उसकी उम्मीदों का बड़ा झटका लगा है. इस साल पार्टी की निगाहें बिहार विधानसभा चुनाव पर हैं जहां कांग्रेस अपने सहयोगियों के साथ मिलकर सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है.
कांग्रेस पार्टी के लिए चुनावी नजरिए से अगला साल महत्वपूर्ण
कांग्रेस की चुनावी किस्मत के लिहाज से अगला साल महत्वपूर्ण रहेगा जब वह केरल और असम के विधानसभा चुनाव में सत्ता के दावेदार के रूप चुनावी समर में उतरेगी. वह अगले वर्ष ही तमिलनाडु में द्रमुक के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, हालांकि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में उसने फिलहाल गठबंधन को लेकर तस्वीर साफ नहीं की है.