Congress Complains To Election Commission Against BJP, Yogi And Indian Ambassador To Ireland – कांग्रेस ने भाजपा, योगी और आयरलैंड में भारतीय राजदूत के खिलाफ निर्वाचन आयोग से शिकायत की
कांग्रेस का कहना है कि समाचार पत्र ‘आइरिश टाइम्स’ में (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी सरकार को लेकर प्रकाशित एक लेख के जवाब में मिश्रा ने कुछ टिप्पणियां की थी, जो आचार संहिता का उल्लंघन है क्योंकि एक राजनयिक और सरकारी अधिकारी से दलगत भावना से ऊपर उठकर काम करने की उम्मीद की जाती है.
अखबार में 11 अप्रैल को छपे लेख को लेकर भेजे जवाब में मिश्रा ने कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर अभूतपूर्व लोकप्रियता और कद हासिल है. यह नवीन, समावेशी शासन और सतत विकास पर त्रुटिहीन व्यक्तिगत चरित्र, ईमानदारी एवं विचारवान नेतृत्व के कारण है.”
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला, पार्टी की सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत और कांग्रेस कार्य समिति के स्थायी आमंत्रित सदस्य गुरदीप सप्पल शामिल थे.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न राज्यों में आदर्श आचार संहिता के घोर उल्लंघन के लिए भाजपा और उसके नेताओं के खिलाफ 20 शिकायतें सौंपीं. हमें उम्मीद है कि निर्वाचन आयोग तुरंत आवश्यक कार्रवाई करेगा.”
राजीव शुक्ला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने 20 शिकायतें की हैं. भाजपा द्वारा चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन कर, धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है.”उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के लोग होर्डिंग लगाते हैं जिन पर लिखा हुआ है कि ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे.’ बताइए, ये हमारे भगवान को लाने की बात कर रहे हैं.”
शुक्ला ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के दूसरे नेता कांग्रेस के घोषणा-पत्र को लेकर झूठ फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा-पत्र के खिलाफ भ्रामक प्रचार रुकना चाहिए.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘भाजपा की सोशल मीडिया की आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर भी हमने शिकायत की है. इस बारे में चुनाव आयोग ने जरूरी कार्रवाई का आश्वासन दिया है.”
कांग्रेस ने आयोग के समक्ष जो शिकायत की हैं, उनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप से संबंधित शिकायतें भी शामिल हैं.
पार्टी ने आयोग को दिए प्रतिवेदन में दावा किया कि आदित्यनाथ ने अपनी एक जनसभा में कांग्रेस के खिलाफ फर्जी बातें कीं और एक समुदाय विशेष को घुसपैठिया कहा. मुख्य विपक्षी दल का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दो दिनों में दो बार इस तरह भड़काऊ टिप्पणी की. उसने प्रतिवदेन में दावा किया कि सूचना एवं प्रसारण मंत्री ठाकुर ने एक जनसभा में भ्रामक, विभाजनकारी और भड़काऊ भाषण दिया.