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CM Rekha Gupta Parvesh Verma and LG VK Saxena inspect Delhi water logging problem ANN


Rekha Gupta News: दिल्ली में हर साल मानसून के दौरान जलभराव की समस्या से राहत दिलाने के लिए एलजी वी.के. सक्सेना, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने बारापुला, सुनेहरी पुल और कुशक नाले का निरीक्षण किया. ये तीनों बड़े नाले दिल्ली के 30% भौगोलिक क्षेत्र के जल निकासी का दायित्व संभालते हैं.

पिछले मानसून में जब राजधानी में भीषण जलभराव हुआ था, तब नालों की सफाई और ड्रेजिंग को मिशन मोड में शुरू किया गया था. अब इस काम की समीक्षा करते हुए दिल्ली सरकार ने जलभराव से स्थायी समाधान के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की है.

समय पर नाले साफ न हुए तो होगी कार्रवाई: एलजी

निरीक्षण के दौरान एलजी वी.के. सक्सेना ने कहा कि दिल्ली में जलभराव की समस्या को पूरी तरह खत्म करने के लिए एमसीडी, पीडब्ल्यूडी, डूसिब और अन्य संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे मानसून से पहले सभी नालों की सफाई का काम पूरा करें. उन्होंने साफ किया कि यदि इसमें कोई देरी या लापरवाही हुई, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. एलजी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि इस साल दिल्ली की सड़कों पर जलभराव न हो और लोग बिना किसी परेशानी के आवागमन कर सकें. सभी एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि वे आपसी समन्वय से नियमित मॉनिटरिंग करें और समय पर काम पूरा करें.”

मुख्यमंत्री का दावा – इस बार जलभराव नहीं होने देंगे

निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार गंभीरता से यह सुनिश्चित कर रही है कि मानसून के दौरान राजधानी के लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना न पड़े. उन्होंने कहा, “जब तक दिल्ली के बड़े नाले पूरी तरह साफ नहीं होंगे और उनकी जल वहन क्षमता नहीं बढ़ेगी, तब तक जलभराव की समस्या बनी रहेगी. इसलिए सरकार ने छह प्रमुख नालों का निरीक्षण किया है, जिनमें बारापुला और सुनेहरी पुल नाले शामिल हैं.”

उन्होंने आगे बताया कि विभिन्न एजेंसियों के बीच तालमेल की कमी जलभराव की बड़ी वजह बनती है. इसे दूर करने के लिए बाढ़ और सिंचाई विभाग को विशेष जिम्मेदारी दी गई है ताकि सभी नालों की समय पर सफाई हो. इसके लिए सरकार ने अलग से बजट आवंटित किया है और काम पूरा करने की सख्त समय-सीमा तय की है. सरकार ने सुनिश्चित किया है कि इस बार मानसून से पहले सभी बड़े नालों की सफाई पूरी हो जाए. इसके साथ ही, छोटे नालों और सड़क किनारे के जल निकासी तंत्र की सफाई भी युद्ध स्तर पर शुरू कर दी गई है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर मंत्री को एक-एक प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी दी गई है और विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में जल निकासी के कार्यों की निगरानी का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा,“यह सिर्फ फाइलों में नहीं रहेगा, बल्कि हम खुद लोगों और जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लेंगे कि सफाई सही से हुई है या नहीं.”

सरकार की प्राथमिकता – जलभराव मुक्त दिल्ली

मुख्यमंत्री ने दोहराया कि दिल्ली सरकार की शीर्ष प्राथमिकता राजधानी को जलभराव से मुक्त बनाना है. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ दिल्ली को स्वच्छ, सुंदर और जलभराव मुक्त बनाने के मिशन में जुटी है. इस मौके पर बारापुला, सुनेहरी पुल और कुशक नालों के प्रमुख हिस्सों का निरीक्षण किया गया. दौरे के दौरान ये स्थान प्रमुख रूप से शामिल रहे:

PWD मंत्री बोले – स्वच्छ और विकसित दिल्ली की ओर बढ़ रहा शहर

पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि दिल्ली को स्वच्छ और जलभराव मुक्त बनाना तथा यमुना को पुनर्जीवित करना सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और एलजी वी.के. सक्सेना व मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के मार्गदर्शन में दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम को आधुनिक बनाया जा रहा है.”

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की प्रतिबद्धता सिर्फ घोषणाओं तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि जल्द ही दिल्ली की जनता को जलभराव की समस्या से स्थायी राहत मिलेगी. दिल्ली सरकार ने इस बार मानसून से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए कमर कस ली है. अब देखना होगा कि क्या इस बार दिल्ली की सड़कों पर जलभराव की स्थिति सुधरती है या नहीं.

 

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