CM Bhajan lal Sharma big statement on Rana Sanga ayanti 2025 Ramji Lal Suman
Bhajan Lal Sharma On Rana Sanga Jayanti: राजपूत राजा राणा सांगा को लेकर सपा सांसद रामजी लाल सुमन की टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को अपने एक्स पर उन्हें भारतीय स्वभिमान और शौर्य का प्रतीक करार दिया. उनके इस पोस्ट से राजपूत समुदाय के लोगों के विरोध को बल मिला है.
राजस्थान के सीएम भजललाल शर्मा ने एक्स पर कहा, “राणा सांगा राष्ट्र नायक, भारतीय स्वाभिमान व शौर्य के अप्रतिम प्रतीक हैं. वह मेवाड़ के गौरव हैं. उन्होंने वीर शिरोमणि महाराणा संग्राम सिंह (राणा सांगा) की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन भी कहा है.”
राष्ट्र नायक, भारतीय स्वाभिमान व शौर्य के अप्रतिम प्रतीक मेवाड़ के गौरव, वीर शिरोमणि महाराणा संग्राम सिंह जी (राणा सांगा) की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन।
मातृभूमि की रक्षा हेतु आपका असाधारण संघर्ष और अतुल्य पराक्रम हम सभी को माँ भारती की सेवा हेतु प्रेरित करता रहेगा। pic.twitter.com/bqyAMXf3Gy
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) April 12, 2025
उन्होंने आगे कहा, “मातृभूमि की रक्षा के लिए आपका असाधारण संघर्ष और अतुल्य पराक्रम हम सभी को मां भारती की सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा.”
क्या कहा था सपा सांसद ने?
दरअसल, राणा सांगा को लेकर विवाद उस समय शुरू हुआ जब सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च को संसद में कहा था, ‘राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत आने का न्योता दिया था. अगर भारतीय मुसलमानों को बाबर का वंशज बताया जाता है तो इसी तरह दूसरे समुदायों को भी राणा सांगा जैसे ‘गद्दार’ के वंशज के तौर पर देखा जा सकता है.
राजपूत संगठनों में असंतोष चरम पर
रामजी लाल सुमन का यह बयान सामने आने के बाद अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा और करणी सेना सहित देश भर के राजपूत संगठन भड़क उठे हैं. इसके बाद, ‘करणी सेना’ के सदस्यों ने 26 मार्च को आगरा में रामजी लाल सुमन के घर पर हमला कर तोड़फोड़ की.
हाईकोर्ट से निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग
यूपी के आगरा में अपने घर पर हुए हमले को देखते हुए सपा सांसद ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से सुरक्षा प्रदान करने के लिए दरवाजा खटखटाया था. उन्होंने अपनी याचिका में ‘करणी सेना’ संगठन द्वारा कथित हमले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भी मांग की है. दूसरी तरफ करनी सेना व अन्य राजपूत संगठनों के लोग राजली लाल सुमन से इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं.