Brij Bhushan Sharan Singh Gonda Visit Statement on WFI Ban Removed by Sports Ministry ann | WFI से निलंबन हटने पर बृजभूषण शरण सिंह का बड़ा बयान, बोले
Gonda News Today: खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) से 26 महीने बाद निलंबन हटा लिया है. इसके बाद WFI के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और कैसरगंज के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह का बड़ा बयान सामने आया है. गोंडा में उन्होंने फैसले की तारीफ करते हुए इसे खिलाड़ियों की जीत बताई है.
पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि वर्तमान कुश्ती संघ से या कार्यालय से मेरा कोई लेना-देना नहीं है. मैं कुश्ती के गतिविधि में बहुत ज्यादा शामिल नहीं होता हूं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर फेडरेशन का ट्रायल था. हमारे यहां भी था, हम गए थे अब उनके पास कुछ बचा नहीं है. आराम से घर बैठे हैं.
बृजभूषण सिंह ने कहा कि संजय सिंह हमारे आदमी हैं. संजय सिंह हमारे सहयोगी और मित्र हैं, उत्तर प्रदेश के रहने वाले है तो कब्जा तो उत्तर प्रदेश का ही रहेगा. उन्होंने कहा कि चाहे संजय सिंह रहे चाहे करण सिंह या बृजभूषण शरण सिंह रहें. दबदबा ने तो मेरा बहुत नुकसान कर दिया है.
रेप के आरोप पर किया ये दावा
पूर्व बीजेपी सांसद ने कहा, “18 जनवरी 2023 को कुछ कथित खिलाड़ियों ने यह मांग की थी कि कुश्ती संघ के पद से बृजभूषण शरण सिंह का इस्तीफा हो जाए. वह संघर्ष का दौर सबको मालूम है.” उन्होंने कहा, “आगे चलकर के यौन उत्पीड़न के रूप में सामने आया जो भी आज कोर्ट में मामला विचाराधीन है. उस संघर्ष को हम झेल रहे हैं.”
WFI के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने दावा किया कि “यह सब इसलिए किया गया था कि कुश्ती संघ के पद पर उत्तर प्रदेश का व्यक्ति या बृजभूषण सिंह कैसे हैं. इसी बात को लेकर के आंदोलन खड़ा किया गया था.” उन्होंने कहा, “मैं हमेशा से कह रहा हूं कि यह खिलाड़ी झूठ बोल रहे हैं, आज नाम लेने की आवश्यकता नहीं है.”
निलंबन हटने का किया स्वागत
निलंबन हटाने के सरकार और खेल मंत्रालय के फैसले का बृजभूषण शरण सिंह ने स्वागत किया. उन्होंने इसे खिलाड़ियों की जीत करार दिया. बृजभूषण शरण ने कहा, “यह फैसला उन जूनियर और कमजोर खिलाड़ियों की जीत है, जिनका खेल से कोई लेना-देना नहीं था. लेकिन विवादों के चलते कुश्ती संघ और खिलाड़ियों को दो साल से ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा.”
निलंबन हटने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “26 महीने तक तरह-तरह के हथकंडे अपनाए गए. भारतीय कुश्ती संघ को ठप करने की कोशिश हुई. खिलाड़ी भ्रमित हुए, झूठे आरोप लगाए गए, लेकिन साजिश रचने वाले अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सके.” उन्होंने दावा किया कि “इस विवाद की वजह से दो वर्ल्ड रैंकिंग की टीमें बाहर नहीं जा पाईं, लड़कों और लड़कियों के कैंप बंद रहे और भारतीय कुश्ती को भारी नुकसान उठाना पड़ा.”
‘होली से पहले लोगों के लिए तोहफा’
अब जब कुश्ती संघ का संचालन फिर से शुरू हो रहा है तो इस मौके पर बृजभूषण शरण सिंह ने नए अध्यक्ष संजय सिंह और सभी पदाधिकारियों से अपील की कि वे खिलाड़ियों को बराबरी का मौका दें और भेदभाव न होने दें. उन्होंने कहा, “सरकार से मिलकर कैंप लगवाने और टूर्नामेंट शुरू करवाने की दिशा में तेजी लानी चाहिए.”
बृजभूषण शरण सिंह ने निलंबन हटने को लेकर कहा कि यह सिर्फ कुश्ती संघ की ही नहीं बल्कि भारतीय खेल जगत के लिए भी बड़ा फैसला है. उन्होंने कहा, “होली से पहले यह कुश्ती से जुड़े सभी लोगों के लिए एक तोहफा है. कई खेल संघों में ऐसी स्थिति बनी हुई थी, लेकिन अब न्याय हुआ है.” उन्होंने कहा, “अब कुश्ती संघ को पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ाना होगा ताकि खिलाड़ियों का नुकसान न हो.”
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