BJP On AIADMK Ending Alliance With NDA In Tamil Nadu
एआईएडीएमके ने बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होने का ऐलान कर दिया है. एआईएडीएमके ने यह घोषणा ऐसे समय की है जब लोकसभा चुनाव 2024 में कुछ ही महीने बाकी है. हालांकि, एआईएडीएमके इस कदम के बाद भी बीजेपी ने उम्मीद नहीं छोड़ी है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में बीजेपी नेता सीटी रवि ने कहा, ”अभी 8 महीने बचे हैं, उसमें क्या होगा, आज बोल नहीं सकते. पार्टी को मजबूत करना सभी कार्यकर्ताओं का कर्तव्य है. अन्नामलाई जी की लीडरशिप में पार्टी को मजबूत करने का काम हर जगह में हो रहा है.”
तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई क्या बोले?
वहीं, एआईएडीएमके के ऐलान को लेकर सोमवार (25 सितंबर) को जब तमिलनाडु के बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई से मीडिया ने प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने पहले कहा कि वह बाद में बात करेंगे क्योंकि यात्रा में हैं. कुछ देर बाद उन्होंने कहा, ”एआईएडीएमके के फैसले पर राष्ट्रीय नेतृत्व समय पर प्रतिक्रिया देगा.”
क्या कहा एआईएडीएमके नेताओं ने?
एआईएडीएमके प्रवक्ता शशिरेखा ने मीडिया से कहा, “…सदस्यों की राय के आधार पर हम यह (एनडीए से अलग होने का) संकल्प ले रहे हैं… यह एआईएडीएमके के लिए सबसे खुशी का क्षण है. हम आगामी चुनावों का सामना करने के लिए बहुत खुश हैं, चाहे वह संसद या विधानसभा चुनाव हो…”
चेन्नई में एआईएडीएमके के डिप्टी कोऑर्डिनेटर केपी मुनुसामी ने कहा, ”एआईएडीएमके ने बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया. एआईएडीएमके आज से बीजेपी और एनडीए गठबंधन से सभी संबंध तोड़ रही है. बीजेपी का राज्य नेतृत्व पिछले एक साल से लगातार हमारे पूर्व नेताओं, हमारे महासचिव ईपीएस और हमारे कार्यकर्ताओं के बारे में अनावश्यक टिप्पणियां कर रहा है.”
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी बोले- अलायंस की इज्जत नहीं करती बीजेपी
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ”यह एक अच्छा कदम है, अगर उन्होंने (AIADMK) भारतीय जनता पार्टी और उसकी विचारधारा को समझ लिया है और सोच-समझकर बयान दिया है और ये बयान इसलिए नहीं दिया कि वो बीजेपी के साथ किसी तरीके का कोई बारगेन (सौदाबाजी) करेंगे, ये बहुत अच्छा कदम है…”
राशिद अल्वी ने आगे कहा, ”बीजेपी अपने अलायंस की कोई इज्जत नहीं करती है… शिवसेना (यूबीटी) छोड़कर चली गई, ये बड़ी पार्टी थी महाराष्ट्र की, अकाली छोड़कर चले गए, जो पंजाब की बड़ी पार्टी थे, यूपी के अंदर कई पार्टियां छोड़कर गईं, आ गईं, फिर छोड़कर चली गईं तो ये एक उनका एलाइन रहा है और आज उनका बयान देने का मतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के बारे में जो हम लोग लगातार कहते हैं कि वो अपने अलायंस का न खयाल करते है, न इज्जत देते हैं. ये इसका एक बड़ा सबूत है.”
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