BJP Leader Amit Malviya Slams CM Mamata Banerjee Over West Bengal Ram Navami Holiday | Ram Navami Holiday: पश्चिम बंगाल सरकार ने किया रामनवमी की छुट्टी का ऐलान तो अमित मालवीय ने कसा तंज, बोले
Amit Malviya On Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ टीएमसी सरकार ने रामनवमी के दिन छुट्टी रखने का बड़ा ऐलान किया है. ममता बनर्जी की सरकार के इस कदम के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं क्योंकि यह घोषणा होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 से पहले की गई है. पहली बार पश्चिम बंगाल में रामनवमी पर छुट्टी होगी. इस बीच बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसा है. इस बार रामनवमी 17 अप्रैल को मनाई जाएगी.
अमित मालवीय पश्चिम बंगाल में बीजेपी के सह-प्रभारी भी हैं. उन्होंने शनिवार (9 मार्च) को देर रात अपने आधिकारिक X हैंडल से एक पोस्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा.
CM ममता बनर्जी को लेकर अमित मालवीय ने क्या कहा?
अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, ”ममता बनर्जी, जो हर बार ‘जय श्री राम’ सुनते ही गुस्सा हो जाती थीं, उन्होंने पश्चिम बंगाल में राम नवमी (17 अप्रैल) को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है. ऐसा उन्होंने अपनी हिंदू विरोधी छवि की वजह से किया है. हालांकि बहुत देर हो गई है… इससे भी अहम बात यह है कि उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि रामनवमी के जुलूस पर कोई पथराव न हो. क्या वह ऐसा करेंगी?” उन्होंने आखिर में लिखा, ”जय श्री राम.”
Mamata Banerjee, who would turn blue with rage, every time she heard ‘Jai Shree Ram’, has designated Ram Navami (17th Apr) as public holiday, in West Bengal. She has done this to redeem her anti-Hindu image. Too late though…
More importantly, she needs to ensure no stones are… pic.twitter.com/yOIIk9jS8z
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) March 9, 2024
TMC की रैली से पहले किया ऐलान
रामनवमी पर छुट्टी की घोषणा कोलकाता में होने वाली टीएमसी की चुनावी रैली से एक दिन पहले की गई है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रविवार (10 मार्च) को कोलकाता के ब्रिगेड मैदान से चुनावी प्रचार शुरू करेंगी.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा, काली पूजा और सरस्वती पूजा हमेशा से मनाई जाती रही है, लेकिन रामनवमी और हनुमान जयंती जैसे त्योहारों पर हिंसक घटनाएं देखने को मिलती रही हैं. बंगाल में रामनवमी और हनुमान जयंती अब पहले से कहीं ज्यादा बड़े उत्सव के रूप में मनाई जाती हैं.
पिछले साल भी पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में रामनवमी पर हिंसक घटनाएं हुई थीं और बीजेपी ने राज्य सरकार को जमकर घेरा था. ऐसे में इस बार चुनाव से पहले राज्य सरकार की ओर से की गई रामनवमी की छुट्टी की घोषणा के कदम को हिंदू मतदाताओं का दिल जीतने के प्रयास के तौर पर भी देखा जा रहा है.