Bithoor Mahotsav will be held Kanpur from 21 to 23 March CM Yogi will conclude the program ANN
Kanpur News: हर साल की तरह इस साल भी कानपुर के ऐतिहासिक और पौराणिक क्षेत्र बिठूर में महोत्सव आयोजित किया जा रहा है. बिठूर महोत्सव में 1857 की क्रांति की झलक देखने को मिलेगी. इसके साथ ही छवि, रंगमंच, संगीत, नाट्य के साथ साथ अलग अलग संस्कृति के भी दर्शन भी देखने को मिलेंगे.
वहीं भजन गायक अनूप जलोटा भी अपने भजनों से बिठूर घाट पर सबको अध्यात्म की डोर से बंधेंगे. 21 मार्च से 23 मार्च तक आयोजित होने वाले इस महत्व में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी शिरकत करेंगे. सीएम के आगमन को लेकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण रूपरेखा तैयार की है. वहीं ये आयोजन सरकार की ओर से कानपुर के नाना राव पेशवा स्मारक पार्क में आयोजित किया जा रहा है.
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की संस्कृति की झलक
महोत्सव की शुरुआत मां गंगा की आरती से की गई. वहीं कानपुर विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट्स के छात्रों के द्वारा इस महोत्सव को नया रंग देने के लिए छात्र-छात्राओं ने रंगोली बनाकर इस महोत्सव की सुंदरता को चार चांद लगाए. उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की मिली जुली संस्कृति और ऐतिहासिकता पर आधारित आयोजित हो रहा है.
कानपुर का बिठूर महोत्सव में 1857 की स्वतंत्रता क्रांति में कानपुर के आसपास के क्षेत्र का नेतृत्व करने वाले पेशवा नाना राव स्मारक पार्क के पराक्रम और शौर्य गाथा को महोत्सव के दौरान प्रदर्शित किया जाएगा. इस महोत्सव में यूपी के साथ महाराष्ट्र के कलाकारों की शिरकत रहेगी. विभिन्न कार्यक्रमों में ये कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे.
विधानसभा के अध्यक्ष कार्यक्रम की अगुवाई करेंगे
वहीं इस कार्यक्रम में यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, बीजेपी विधायक अभिजीत सांगा इस कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे हैं. 21 मार्च को सुबह 11 बजे इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई. गंगा की आरती से शुरू होकर अन्य रंगारंग कार्यक्रमों की शुरुआत होगी. जिसमें रंगोली, 1857 की क्रांति की झलकियां, भजन , कत्थक के साथ नाट्य प्रस्तुत किए जाएंगे.
23 मार्च को इस महोत्सव के समापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा किया जाएगा. अंतिम दिन बिठूर घाट पर एक बड़े कवि सम्मेलन का आयोजन भी कराया जायेगा. जिसमें देश के प्रसिद्ध कवि शामिल होकर इस महोत्सव को और भी मनोरम बनाएंगे. इस महत्व को देखने और इसमें शामिल होने के लिए तमाम लोगों के आने की संभावना है.
कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एंट्री निशुल्क
इसमें शामिल होने के लिए प्रशासन के द्वारा एंट्री निशुल्क रखी गई है. कई रंगारंग कार्यक्रमों के माध्यम से इस महोत्सव को सफल बनाने की कोशिश की जाएगी. इसके साथ ही 1857 की क्रांति में बलिदान देने वाले शौर्य वीरों को इस महोत्सव के माध्यम से याद भी किया जाएगा.
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