bihar Araria Parents sold their one and half year old child to pay the loan installment ann
Parents Sold Child To pay Loan Installment: मां की ममता का कोई मोल नहीं होता, लेकिन जब एक मां अपने जिगर के टुकड़े को अपने से अलग करने और बेचने की बात करे तो परिस्थिति समझी जा सकता है, ऐसा ही एक मामला अररिया के रानीगंज थाना क्षेत्र के पचीरा पंचायत से सामने आया, जहां एक फाइनेंस कंपनी से लिए गए समूह लोन की किस्त की अदायगी के लिए लाचार मां-बाप ने अपने डेढ़ साल के जिगर के टुकड़े का ही नौ हजार रुपये में सौदा कर लिया. मामला बीते बुधवार का है.
नौ हजार रुपये में बच्चे को बेच दिया
मामला सोशल मीडिया में उजागर हुआ, जिसके बाद रानीगंज थाना पुलिस सक्रिय हुई और सक्रियता दिखाते हुए बच्चे को बरामद किया. स्थानीय लोगों के अनुसार रानीगंज थाना क्षेत्र के पचीरा पंचायत के वार्ड संख्या 6 निवासी मो. हारून और उसकी पत्नी रेहाना ने 50 हजार रुपये समूह लोन के रूप में एक फाइनेंस कंपनी से लिया था, जिसकी किस्ती को लेकर कंपनी के एजेंट के जरिए परेशान किया जा रहा था. कर्ज को चुका पाने में असमर्थता पर आखिरकार मां बाप ने अपने डेढ़ साल के जिगर के टुकड़े को ही बेचने का निर्णय ले लिया. कर्ज चुकाने के लिए मां-बाप ने अपने पुत्र गुफरान को नौ हजार रुपये में बेच डाला.
बच्चे को बेचे जाने और खरीददार के जरिए उसे बेंगलुरु भेजे जाने का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. बच्चा बेचे जाने की सूचना सोशल मीडिया से रानीगंज थाना पुलिस को लगी, जिसके बाद थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी. थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु ने थाना सनहा संख्या 1141/24 दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गए.
रानीगंज थाना की एएसएचओ कनक लता, सब इंस्पेक्टर चन्दन कुमार सहित पुलिस बल ने बच्चा खरीदने वाले आरोपी डुमरिया वार्ड संख्या 10 निवासी मो.आरिफ के घर पहुंचे और बच्चे को दीवाली की शाम गुरुवार को बरामद कर लिया. उसके बाद उसे थाना लाए, जहां बच्चा के पिता व बच्चा खरीदने वाला व्यक्ति से जरूरी पूछताछ की गई. बरामद किए गए बच्चे को रानीगंज पुलिस ने बाल कल्याण समिति अररिया को सुपुर्द कर दिया.
शहर में पुलिस की हो रही तारीफ
डेढ़ साल के नौनिहाल की बिक्री के सोशल मीडिया पर वायरल के आधार पर रानीगंज पुलिस की सक्रियता चर्चा का विषय बन गई है. बेचे गए बच्चे को बरामद कर बाल कल्याण समिति के हवाले किए जाने की पहल पर रानीगंज थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु समेत एएसएचओ कनक लता और दारोगा चंदन कुमार की जमकर तारीफ की जा रही है. साथ ही समूह लोन के रूप में ऋण दिए जाने के बाद एजेंट के जरिए दबाव बनाए जाने का हथकंडा अपनाए जाने पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन से सकारात्मक पहल की मांग भी आम लोगों ने की है.
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