Bharatpur Nagar Nigam Angry Clash Between BJP Councilors And Police Locked Municipal Corporation Ann
Bharatpur Nagar Nigam News: राजस्थान के भरतपुर में कांग्रेस पार्टी का बोर्ड है. नगर निगम मेयर से पार्षदों द्वारा साधारण सभा की बैठक पिछले 6 माह से नहीं होने के कारण बीजेपी पार्षदों ने साधारण सभा की बैठक बुलाने की मांग को लेकर आज नगर निगम के गेट पर धरना देकर प्रदर्शन किया. नगर निगम में मेयर के कार्यालय पर ताला लगाने की कोशिश की.
नगर निगम में तालाबंदी की घोषणा को देखते हुए नगर निगम में पुलिस का जाब्ता लगाया गया था. जब बीजेपी पार्षद नगर निगम के अंदर जाने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की इसी दौरान भरतपुर नगर निगम के बीजेपी पार्षद और पुलिस के बीच आज जमकर धक्का मुक्की हुई. बीजेपी पार्षदों ने जब नगर निगम के गेट का ताला लगाने की कोशिश की इस दौरान निगम के गेट को लेकर पुलिस और पार्षदों में जमकर खींचतान होती दिखी.
जिसके बाद पार्षदों ने मेयर अभिजीत का विरोध करते हुए मेयर के ऑफिस का ताला लगा दिया. नगर निगम के पार्षद साधारण सभा की बैठक नहीं बुलाने से नाराज थे जिसको लेकर उन्होंने नगर निगम पर तालाबंदी की पहले ही चेतावनी दे दी थी.
‘6 महीने से साधारण सभा की बैठक नहीं हुई थी’
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष रूपेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले 6 महीने से साधारण सभा की बैठक नहीं हुई थी. मेयर ने साधारण सभा की बैठक के लिए एक तारीख भी निश्चित की, लेकिन उस दिन मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग के भाई का निधन हो गया था जिसका बहाना बनाकर बैठक को स्थगित कर दिया गया. जबकि सदन के एक सदस्य का निधन हुआ, उसके लिए एक श्रद्धांजलि सभा तक का आयोजन नहीं किया गया. सदन के सदस्यों का यहां कोई कमी होती है, वहां मेयर जाना तक उचित नहीं समझते.
मेयर पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
नेता प्रतिपक्ष का कहना है की नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम सीमा ओर हो रहा है शहर की समस्याओं जिसमें जलभराव, सीवरेज की बदतर स्थिति, निर्माण में कोई क्वालिटी नहीं है, सफाई के ठेके में 9 करोड़ के काम को 21 करोड़ में पहुंचा दिया गया. कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए रोज नए आदेश निकाले जा रहे हैं. इस सभी विषयों पर चर्चा के लिए साधारण सभा की बैठक बुलाना चाहते थे. मेयर को निमंत्रण दिया गया की, जब आप साधारण सभा की बैठक नहीं बुला रहे तो पार्षदों द्वारा एक बैठक बुलाई गई है. उसमें आइये जिससे भरतपुर शहर की समस्याओं पर चर्चा हो सके.लेकिन मेयर खुद तो आये नहीं बल्कि उन्होंने सभा भवन का ताला लगा दिया, उन्होंने हवाला दिया की सदन में अध्यक्ष के बिना कोई बैठक हो नहीं सकती. जबकि इसी सदन में कई बैठकें हो रहीं हैं.
मंत्री की मिलीभगत का लगाया आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने कहा की, फर्जी पट्टा प्रकरण में मेयर मिले हुए हैं और उन्हें मंत्री का संरक्षण मिला हुआ है. मंत्री के इशारे पर यहां भ्रष्टाचार हो रहा है. माध्यम मेयर बने हुए हैं. यहां पर जनता की सुविधाओं को छोड़कर उन अधिकारियों को संरक्षण दिया हुआ है जो भ्रष्टाचार करके दे रहे हैं. यह सत्ता के बल पर पार्षदों के अधिकारों का हनन करना चाहते हैं. हमने ताला लगाने का आह्वान किया था आज महापौर के ऑफिस में कार्यालय पर ताला लगा दिया है. अगर इसी महीने साधारण सभा की बैठक नहीं हुई तो आमरण अनशन किया जाएगा.