Bharatpur lok sabha election 2024 result congress candidate sanjana jatav won CM Bhajan Lal Sharma ann
भरतपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार की सबसे बड़ी वजह यह है कि भरतपुर लोकसभा सीट जाट बाहुल्य सीट है और भरतपुर – धौलपुर के जाट समाज को केंद्र में ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है. राजस्थान के अन्य जिले के जाट समाज को केंद्र में ओबीसी के आरक्षण का लाभ मिलता है.
गंगाजल अभियान कर दिया था शुरू
भरतपुर – धौलपुर के जाट समाज द्वारा केंद्र में ओबीसी के आरक्षण की मांग कर आंदोलन किया था. केंद्र सरकार द्वारा जाट समाज की यह मांग नहीं मानी गई इसलिए आरक्षण की मांग को लेकर जाट समाज ने बीजेपी को हराने के लिए गंगाजल अभियान शुरू कर दिया था. यही वजह है कि भरतपुर जिले का जाट समाज बीजेपी के खिलाफ हो गया और कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव की जीत हो गई.
इसलिए BJP को हार का करना पड़ा सामना
दूसरा बड़ा कारण जो सामने आया है वह यह है की जाती समीकरण संजना के पक्ष में थे. अनुसूचित जाती के जो वोट पहले बहुजन समाज पार्टी में जाता था इस बार लामबंद होकर कांग्रेस के पक्ष में गया है. क्यों की भरतपुर लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस लिए संजना जाटव की जीत हुई है और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है
इसलिए मुस्लिम समुदाय BJP थे नाराज
भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता भी लगभग ढाई लाख के लगभग मुस्लिम मतदाता है. मुस्लिम समुदाय के लोग कांग्रेस के कोर वोटर माने जाते है. मुस्लिम समुदाय की सभी वोट कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव के पक्ष में गई है. मेवात क्षेत्र में पुलिस की आये दिन हो रही कार्रवाई की वजह से भी मुस्लिम समुदाय बीजेपी से नाराज माना जा रहा है.
संजना जाटव ने इसलिए जीत गई चुनाव
भरतपुर लोकसभा सीट पर यही कारण रहे है की कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव ने बीजेपी प्रत्याशी रामस्वरूप कोली को 51 हजार 983 मतों से हराकर दिल्ली लोकसभा का टिकट कटाया है. मुख्यमंत्री के गृह जिले में यह कहा जा सकता है कि जाट , जाटव , मुस्लिम ,मीणा जातियां एक होकर बीजेपी के खिलाफ हो गई और सभी जातियां कांग्रेस के पक्ष में हो गए यही वजह है कि संजना जाटव चुनाव जीत गई.
संजना जाटव जो वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में कठूमर विधानसभा से 409 वोट से हार गई थी मगर इस लोकसभा चुनाव में उनकी किस्मत खुल गई और मुख्यमंत्री के गढ़ को ढहा दिया और भरतपुर लोकसभा सीट से सांसद बनकर दिल्ली पहुंच गई है.