Bengaluru AI Engineer Atul pradhan suicide Father said son was tortured by his wife | अतुल सुभाष के सुसाइड के बाद बिलखते हुए पिता बोले
Atul Subhash Suicide Case: यूपी के उन्नाव जनपद में रहने वाले अतुल सुभाष ने पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर मौत को गले लगा लिया. जिसके बाद उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है. बेटे के दर्द का बयां करते हुए वो बिलख-बिलखकर रोने लगते हैं. अतुल के पिता ने कहा कि उनके बेटे को इतना प्रताड़ित किया गया कि वो अंदर से बुरी तरह टूट गया. कानून व्यवस्था से भी वो पूरी तरह निराश हो गया था. उसे इंसाफ की उम्मीद नहीं थी, इसलिए उसने मौत को ही गले लगा लिया.
अतुल बेंगलुरू में AI इंजीनियर था. सोमवार सुबह करीब 2.50 बजे उसने फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी. उसका शव बेंगलुरू में पंखे से लटकता हुआ मिला. अतुल ने मौत को गले लगाने से पहले एक लंबा सुसाइड नोट और एक वीडियो छोड़ा है जिसमें उसने पत्नी और उसके परिवार के टॉर्चर के बारे में बताया है. उसने एक जज पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. अतुल की मौत के बाद माता-पिता का भी बुरा हाल है.
पिता ने बताया बेटे का दर्द
अतुल के पिता पवन मोदी ने कहा उनका बेटे कानून व्यवस्था से पूरी तरह टूट चुका था. उन्होंने कहा कि “हमारा बेटा कहता था कि पापा मुझे पता है कोर्ट में हमें न्याय नहीं मिलेगा. कानून व्यवस्था के अंदर कोई काम नहीं होता. ये नियम और कानून से चलने वाला इंसान था लेकिन ये मानता था कि क़ानून व्यवस्था एकदम खत्म है. मार्च के महीने उसने बताया था कि पापा जो वहां के जज हैं वो भारत के क़ानून के हिसाब से नहीं चलते हैं.”
उन्होंने कहा कि वो 40 बार गया होगा बेंगलुरू से जौनपुर तक..उस पर इतनी धाराएं थी कि एक केस खत्म होता था तो वो दूसरी धारा लगा देती थी. इस बात को लेकर वो भीतर से परेशान था लेकिन हमें महसूस नहीं होने दिया. रात को उसने मैसेज किया, मेरे छोटे बेटे को उसने मेल किया है. रात को तीन बजे मेरे पास फ़ोन आया. उसके बाद हम कैसे-कैसे करके पटना आए और वहां से बेंगलुरू पहुंचे है..उसने अपनी पत्नी पर जो भी इल्जाम लगाए हैं वो एकदम सौ फीसद सही हैं. मेरे बेटे को बहुत परेशान किया जा रहा था. बहू के आचार विचार हम बहुत परेशान रहते थे.
मां की चीखें सुन रो उठेगा दिल
अतुल की मां अंजू मोदी रो-रोकर अपने बेटे के लिए इंसाफ़ मांग रही है. उनकी चीखें किसी भी आत्मा को झकझोर देंगी. मां ने कहा कि, ‘मेरे बच्चे को टॉर्चर किया, हमें भी टॉर्चर किया. मेरे बेटे ने सब कुछ बर्दाश्त किया, हमें भी सहने नहीं दिया. अपना कष्ट अकेले झेलता रहा. अंदर ही अंदर टूट गया. एकदम बर्दाश्त से बाहर कर दिया, मेरा बच्चा अंदर से बुरी तरह टूट गया था. उन्होंने कहा कि मुझे कुछ नहीं चाहिए मेरा बच्चा चाहिए…वो हमारे बुढ़ापे का सहारा था. हम दोनों का सहारा था.
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