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Begusarai News Complaint Filed In CJM Court Against MK Stalin Son Udhayanidhi Stalin


बेगूसराय: सनातन धर्म (Sanatan Dharm) पर उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के विवादित बयान के बाद पूरे देश में सियासी घमासान छिड़ गया है. इसको लेकर इन दिनों पूरे देश में जमकर राजनीतिक बयानबाजी हो रही है. वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (Mk Stalin) के पुत्र मंत्री उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ बेगूसराय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट मे परिवाद पत्र दायर किया गया है. कोर्ट में शुक्रवार को बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता सह अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार अमर ने परिवाद पत्र दायर किया है, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है.

‘हिन्दुओं की भावना को ठेस पहुंची है’

अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार अमर ने आरोप लगाया है कि उदयनिधि ने सोची समझी साजिश के तहत बीते दो सितंबर को चेन्नई में सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से की थी. उदयनिधि ने कहा था कि सनातन धर्म का विरोध नहीं करना चाहिए बल्कि इसको पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए. इस बयान से उदयनिधि ने हिन्दू धर्म के करोड़ों लोगों को अपमान करने का काम किया है. इससे सभी हिन्दू धर्म के लोग अपमानित महसूस कर रहे हैं और उनकी भावना को ठेस पहुंची है. वहीं, कोर्ट ने परिवाद पत्र को स्वीकार कर लिया है और इस मामले में आगे सुनवाई करेगी.

उदयनिधि स्टालिन ने दिया था ये बयान

बता दें कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और डीएमके सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू मलेरिया से की थी. दो सितम्बर को चेन्नई में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उदयनिधि ने कहा, ‘कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें खत्म करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते. मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते. हमें उन्हें खत्म करना है. सनातनम (सनातन धर्म) भी ऐसा ही है. सनातन का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है’. वहीं, इस बयान के बाद पूरे देश में राजनीति गरमा गई है.

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