Basti Elderly Woman Hand Amputated Due To Doctor Negligence Victim Demanded Action ANN
Basti News: बस्ती जिले में एक 75 साल की बुजुर्ग महिला के इलाज में लापरवाही बरती गई जिस वजह से उनका हाथ काट देना पड़ा. बुजुर्ग महिला की जान बचाने के लिए डॉक्टरों ने सड़ चुके एक हाथ को मजबूरी में काट दिया है जब कि दूसरे हाथ का अभी भी इलाज चल रहा है, और उसे भी काटने की स्थिति बन रही है.
बस्ती जनपद के हरैया थाना क्षेत्र के रहने वाले महुवापार गांव की रहने वाली 75 वर्षीय इंद्रावती देवी को बुखार और कमजोरी की शिकायत हुई तो उनके बेटे लाल साहब सिंह अपनी मां को लेकर पटेल एसएमएच हॉस्पिटल और पैरामेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए 18 मार्च को भर्ती करवाया. सात दिन तक इलाज चला और एक लाख रुपये इलाज में खर्च हुए. इस दौरान अस्पताल के संचालक डॉक्टर वीके वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने गलत तरीके से उनकी मां के दोनो हाथो में बिगो लगाया जिस वजह से धीरे धीरे हाथ में काला पन हुआ उसके बाद हाथ में सड़न पैदा होने लगी. सात दिन इलाज करने के बाद डॉक्टर वीके वर्मा ने इंद्रावती देवी को सर्जन से इलाज कराने की सलाह देकर अस्पताल से जाने को कह दिया.
वह अपनी मां की जान बचाने के लिए मजबूरीवश लाल साहब सिंह लखनऊ पीजीआई में इलाज के लिए पहुंचे जहां उनकी मां का इलाज शुरू हुआ और इंद्रावती देवी का एक हाथ काट दिया गया है. जब कि दूर हाथ का इलाज हो रहा है. लाल साहब सिंह का कहना है कि इलाज में घोर लापरवाही की वजह से उनकी मां के हाथ कटवाने पड़े, डॉक्टर वीके वर्मा से हाथ सड़ने की कई बार शिकायत की गई मगर वे यही कहते रहे कि घबराओ मत ठीक हो जायेगा और सात ही दिन में हाथ लूटी तरह से सड़ गया जिसका परिणाम हुआ कि इंद्रावती देवी को अपना हाथ कटवाना पड़ा.
वहीं पीड़ित लाल साहब सिंह ने डीएम से मिलकर इस पूरे मामले की शिकायत की है और दोषी डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग किया है. डीएम प्रियंका निरंजन ने सीएमओ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी गई है. गौरतलब है कि अपना खुद का पैरामेडिकल कॉलेज चलाने वाले डॉक्टर वीके वर्मा खुद जिला होमियोपैथिक अधिकारी है बावजूद इसके नियमो को दरकिनार करते हुए प्राइवेट नर्सिंग होम चला रहे जिसका नतीजा है कि यहां इलाज कराने के लिए आने वाले लोगो की जान आफत में पड़ रही.