Bageshwar Uttarayani mela making rotis by spitting on them Video goes viral accused arrested ann
Bageshwar News: बागेश्वर में उत्तरायणी मेले के दौरान एक समुदाय विशेष के व्यापारी की दुकान पर थूक लगाकर रोटियां बनाने का वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस घटना ने मेले की गरिमा को ठेस पहुंचाई है और लोगों में आक्रोश व्याप्त है.
शुक्रवार की रात एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें एक युवक तंदूर में रोटियां डालने से पहले उन पर थूकते हुए दिखाई दे रहा था. यह वीडियो उत्तरायणी मेले की एक दुकान का बताया जा रहा है. वीडियो वायरल होते ही प्रशासन हरकत में आया और जिला अधिकारी, तहसीलदार, नगर पालिका ईओ और पुलिस अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे. दुकान के मालिक और वहां काम कर रहे अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.
वायरल वीडियो पर बजरंग दल ने दी प्रतिक्रिया
पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर आर. घोड़के ने बताया कि मामले में आमिर (30) और फिरासत (25), दोनों निवासी टांडा बादली, जिला रामपुर, उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया गया है. इन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 196(1), 274, और 299 बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया है. आरोपियों पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने का आरोप है. घटना के बाद बागेश्वर में सांप्रदायिक माहौल खराब होने की आशंका बढ़ गई. बजरंग दल और अन्य संगठनों ने इस घटना पर कड़ा आक्रोश जताते हुए आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है. इन संगठनों का कहना है कि ऐसी हरकतें समाज में जहर घोलती हैं और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं.
जिला अभिहित अधिकारी ललित मोहन पांडेय और कोतवाल कैलाश सिंह नेगी ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है. प्रशासन ने बताया कि उत्तरायणी मेले में इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. पुलिस ने मेले में लगे अन्य दुकानों पर भी सतर्कता बढ़ा दी है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है. उनका कहना है कि उत्तरायणी मेला उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है और ऐसी घटनाएं इसकी गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं. कई लोगों ने इस घटना को धार्मिक और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करार दिया है.
आरोपियों की न्यायालय में पेशी
पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है. यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या यह घटना सुनियोजित थी या किसी व्यक्तिगत लापरवाही का नतीजा. जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी और उत्तरायणी मेले की शांति भंग नहीं होने दी जाएगी. इस घटना ने मेले में आने वाले लोगों के बीच भय और असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है. सवाल उठ रहा है कि प्रशासन ने मेले में बाहर से आए व्यापारियों की पृष्ठभूमि की जांच क्यों नहीं की. यह भी चर्चा का विषय है कि खाद्य सुरक्षा मानकों को लेकर प्रशासन कितना गंभीर है.
बागेश्वर के उत्तरायणी मेले में हुई इस घटना ने न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, बल्कि स्थानीय प्रशासन की सतर्कता पर भी सवाल खड़े किए हैं. हालांकि, प्रशासन और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से मामले पर नियंत्रण पाया गया है. अब यह देखना होगा कि न्यायालय में मामले की सुनवाई और जांच किस दिशा में जाती है.
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