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Azamgarh News Today: आजमगढ़ के मंडलीय जिला अस्पताल के सिक्योरिटी गार्डों ने गुरूवार (6 फरवरी) को मरीज के तीमरदार को दलाल बताकर उनके साथ मारपीट की. सिक्योरिटी गार्डों की बदमाशी से पीड़ित तीमारदार दहशत में हैं. इस मामले में शुक्रवार (7 फरवरी) को पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना से शिकायत कर सख्त कार्रवाई की मांग की है.  

दरअसल, आजमगढ़ जिले के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के तेजपाल पुर गांव निवासी शैलेश कुमार यादव ने जिला पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया है. पुलिस को दिए गए शिकायत पत्र के अनुसार, पीड़ित शैलेश कुमार यादव गुरुवार को अपने मरीज का एक्स-रे रिपोर्ट लेने के लिए जिला अस्पताल गए थे.

दलाल बताकर बेरहमी से पीटा
पीड़ित ने पुलिस को शिकायत पत्र में बताया कि मौके पर पहुंचने अस्पताल की सिक्योरिटी में तैनात सिक्योरिटी गार्ड राकेश सिंह, अखिलेश सिंह, भीम सिंह, बीएन यादव समेत अन्य लोगों ने जबरदस्ती पकड़ लिया. पीड़ित को आरोपी सिक्योरिटी गार्डें ने दलाल बताते हुए जबरन एक कमरे में ले गए और लात घूसों से उसकी जमकर पिटाई की.

पीड़ित जान बचाने की गुहार लगाता रहा, लेकिन सिक्योरिटी गार्ड नहीं माने और बेरहमी से उसकी पिटाई करते रहे. चीख-पुकार मचाने के बाद किसी तरह से वह दरवाजा खोलकर बाहर आया. आरोपियों ने पीड़ित को धमकी दी कि अगर वह दोबारा इलाज के लिए अस्पताल आया तो जान से मार देंगे. 

एसपी से की शिकायत
इस घटना के बाद पीड़ित शैलेश कुमार यादव काफी दहशत में हैं. उन्होंने अपने साथ हुए मारपीट और दुर्व्यवहार की घटना को लेकर आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है. पीड़ित से मिली शिकायत के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

नामजद और अज्ञात पर FIR
इस मामले में एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि वादी द्वारा थाने पर आकर यह शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें कहा गया है कि वह अपने काम से हॉस्पिटल गया था. वहां पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड द्वारा उसको रोक गया. विरोध करने पर उसको एक कमरे में ले जाकर उसके साथ मारपीट की गई और जान से मारने की धमकी दी गई.

एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने आगे बताया कि इस प्रकरण में पुलिस द्वारा मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. इसमें चार लोग नामजद किए गए हैं और आठ- नौ लोग अज्ञात हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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